पीएम किसान सम्मान निधि से 15 लाख से अधिक बाहर, ई-केवाइसी नहीं होने से अपात्र हो गए किसान
केंद्र सरकार ने योजना को ई-केवाइसी के दायरे में लाया तो छत्तीसगढ़ के 15 लाख 28 हजार 57 किसान बाहर हो गए हैं।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Thu, 29 Dec 2022 04:58:12 PM (IST)
Updated Date: Thu, 29 Dec 2022 04:58:12 PM (IST)

रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से 15 लाख से अधिक किसान बाहर हो गए हैं। केंद्र सरकार ने योजना को ई-केवाइसी के दायरे में लाया तो 15 लाख 28 हजार 57 किसान बाहर हो गए हैं। इन किसानों ने अब तक ई-केवाइसी नहीं कराई है। इनमें ज्यादातर ऐसे किसान हैं, जिनके नाम पर कृ षि जमीन का रिकार्ड दुरुस्त नहीं है। प्रदेश में अब तक 57 प्रतिशत किसानों को ही पीएम सम्मान निधि मिल पा रही है।
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए हितग्राही किसानों को बैंक खाता व आधार नंबर में दिए गए मोबाइल नंबर को लिंक कराने की शर्त रखी थी। किसान परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए यह योजना दिसंबर, 2018 से प्रारंभ हुई है। योजनांतर्गत पात्र किसानों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में दिया जाता है। इसमें सभी वर्ग व श्रेणी के किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। योजना के तहत पंजीकृत किसानों को ई-केवाइसी नहीं कराने पर कृ षिविभाग के समक्ष समुचित कारण बताना होगा। कारण न बताने की स्थिति में फर्जीवाड़ा का आरोप लगाते हुए सम्मान निधि के तहत दी गई राशि की वसूली की जाएगी।
छत्तीसगढ़ कृषि विभाग के अपर संचालक, एससी पदम ने कहा, ई-केवाइसी नहीं हो पाने के कारण किसानों को लाभ नहीं मिल पाता। ई-केवाइसी नहीं हो पाने की कई वजह हैं। कुछ इलाकों में तो नेट कनेक्टिविटी नहीं हो पाती। थंब इम्प्रेशन नहीं हो पाता।
फैक्ट फाइल
40 लाख 76 हजार 57 किसान अब तक हुए पंजीकृत
23 लाख 29 हजार 206 किसानों को अब तक मिला लाभ
15 लाख 28 हजार 57 की नहीं हो पाई ई-केवाइसी
25 लाख 48 हजार की ही हो पाई है ई-केवाइसी