Napier Grass Seed: देश के 17 प्रदेशों में ख्यात है मोंगरा का नाम, गौवंश के लिए बेहतरीन है यहां की नेपियर घास
Napier Grass Seed: महासमुंद के किसान तिलकचंद ने तैयार किया है सुपर नेपियर घास का बीज। इसे लगाकर छह साल बिना खाद ले सकते हैं।
By Shashank.bajpai
Edited By: Shashank.bajpai
Publish Date: Thu, 22 Jul 2021 01:14:10 PM (IST)
Updated Date: Thu, 22 Jul 2021 01:14:10 PM (IST)

महासमुंद (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Napier Grass Seed: प्रधानमंत्री किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कह रहे हैं, इसका ताजा उदाहरण महासमुंद से लगे मोंगरा के किसान तिलक चंद साव दे रहे हैं। उन्होंने छह एकड़ में सुपर नेपियर घास तैयार की है। इतना ही नहीं उन्होंने इसका बीज भी तैयार किया है। यह बीज उनके संपर्क अनुसार, देश के 17 प्रदेशो में भेजा गया है। इनमें कोलकाता पश्चिम बंगाल, छिंदवाड़ा गौशाला, बालाघाट मध्यप्रदेश, गुजरात, वर्धा महाराष्ट्र, मथुरा, वाराणसी, वृंदावन यूपी, बौद्ध गया गौशाला बिहार, हिसार हरियाणा, असम, दिल्ली, छतीसगढ़, ओडिशा आदि स्थान शामिल हैं।
साव ने बताया कि इस घास की ऊंचाई 12 से 14 फिट होती है। पहली कटिंग तीन महीने व इसके बाद हर दो महीने में कटिंग की जा सकती है। दो माह में ही यह 12 से 14 फिट हो जाता हैं। एक एकड़ में 11 हजार पौधा दो गुना दो फिट की दूरी में लगता है। तैयार किया गया एक कंसा के घास का वजन आठ सौ ग्राम एक किलो तक वजन रहता है।
एक घेरा में 25 से 30 कंसा होते हैं, जिससे दो बाय दो के एक घेरे से ही हर दो माह में कम से कम 20 किलो घास ली जा सकती है। यह घास गोवंश के आहार के लिए स्वादिष्ट होती है। इस घास को पकड़कर काटना आसान होता है, और इसमें काटें नहीं होते। साव ने बताया कि यह फसल बिना किसी खाद के सिर्फ पानी से तैयार हुई है। कृषि विज्ञानी कुणाल चंद्राकर ने बताया कि लैब टेस्ट से इसमें 16 से 18 फीसद प्रोटीन होना पाया गया है।