रायपुर। Navratri Falahari Recipe: नवरात्र के दौरान काफी लोग नौ दिनों तक देवी की उपासना करते हैं और व्रत रखते हैं। वहीं, दिनभर बिना खाए रहने के बाद शाम को कुछ न कुछ फलाहारी जरूरी होता है। ऐसे में साबुदाने से बनी खिचड़ी, बड़े और चटनी का लुत्फ आप उठा सकते हैं। इसके लिए आप नालंदा परिसर स्थित हमर कलेवा जा सकते हैं। जहां पूरी शुद्धता के साथ व्रती लोगों को ध्यान में रखते हुए साबुदाना खिचड़ी और बड़ा बनाया जाता है। जिसमें नमक की बजाय सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है, जो कि व्रत के दौरान भी मान्य है। यह 80 रुपये प्रति प्लेट लाेगों को परोसा जाता है।
वहीं, व्रत के दाैरान बड़ी संख्या में लोग इसका आनंद उठाने आ रहे हैं, जबकि इसकी होम डिलीवरी भी विभिन्न मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए विभिन्न कंपनियों द्वारा करवाई जा रही है। दुकान की मालकिलन भावना सोनी बताती हैं कि इसे तैयार करने के लिए ट्रेडिशनल फ्लेवर का उपयोग किया जाता है। जिसे व्रत को ध्यान में रखकर विशेष रूप से तैयार किया जाता है। लोगों में भी इसका क्रेज देखने को मिल रहा है और बड़ी संख्या में आर्डर भी इसके लिए आ रहे हैं।
टमाटर, मिर्च और धनिया के साथ तैयार होती है चटनी
इसके अलावा साबुदाना की खिचड़ी तो सामान्य तौर पर पारंपरिक फ्लेवर के साथ परोसा जाता है, जबकि बड़े के लिए विशेष रूप से व्रतियों को ध्यान में रखकर चटनी भी बनाई जाती है। जो कि टमाटर, मिर्च और धनिया पत्ती को पीसकर तैयारी की जाती है। जिसे कि साबुदाने के बड़े के साथ लोगों को परोसा जाता है।
शुद्धता का रखा जाता है विशेष ध्यान
अमूमन लोग व्रत के दौरान बाहर का खाना खाने से परहेज करते हैं, क्योंकि लोगों को होटल या फिर रेस्टोरेंट्स में बनी सामग्रियों पर विश्वास नहीं होता है। लेकिन हमर कलेवा में विशेष रूप से व्रतियों को ध्यान में रखकर ही इसे तैयार किया जाता है। जिसे खाने से व्रत पर कोई असर न पड़े।
तैयार करने की विधि
साबुदाना खिचड़ी
इसे तैयार करने के लिए पहले साबुदाना को भिगोया जाता है और इसके बाद फिर व्रत में उपयोग कर सकने वाले मसालों के साथ इन्हें तला जाता है। साथ ही पारंपरिक फ्लेवर या फिर कलेवा स्पेशल मसाला भी इसमें एड किया जाता है।
साबुदाना बड़ा
साबुदाने का बड़ा बनाने के लिए भी पहले इसे भिगोया जाता है और इसके बाद इसमें आलू मिलाकर इन्हें बांधा जाता है और तेल में क्रिस्पी होने तक तला जाता है। इसके बाद इसे पारंपरिक चटनी के साथ लोगों को परोसा जाता है।