भोलाराम सिन्हा/रायपुर। राजधानी रायपुर व नया रायपुर परियोजना क्षेत्र से लगे 24 गांव भी अब शहर कहलाएंगे। राज्य सरकार ने भू-राजस्व संहिता के तहत इन राजस्व गांवों को नगरीय क्षेत्र घोषित कर दिया है।
जिन राजस्व गांवों को नगरीय क्षेत्र में शामिल किया गया है, उनमें आरंग तहसील के सात, अभनपुर तहसील के बारह व रायपुर तहसील के पांच गांव शामिल हैं। अब इन राजस्व गांवों में नया रायपुर विकास प्राधिकरण के माध्यम से विकास या अन्य निर्माण कार्य कराए जाएंगे। राजस्व विभाग द्वारा इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक नया रायपुर परियोजना क्षेत्र के मास्टर प्लान के तहत ये सभी गांव प्लानिंग लेयर-2 में शामिल हैं। मास्टर प्लान के प्लानिंग लेयर-1 के अंतर्गत नया रायपुर परियोजना क्षेत्र के 17 गांव पहले से ही नगरीय क्षेत्र घोषित किए जा चुके हैं।
हाल ही में जिन 24 गांवों को नगरीय क्षेत्र घोषित किया गया है, उन गांवों में वर्तमान में ग्राम पंचायतें कार्यरत हैं। बताया गया है कि ये ग्राम पंचायतें फिलहाल अस्तित्व में रहेंगी। इन गांवों को नगरीय निकाय का दर्जा दिए जाने के लिए छत्तीसगढ़ त्रिस्तरीय पंचायत राज अधिनियम और नगरपालिका अधिनियम में संशोधन करना पड़ेगा।
एनआरडीए के अधिकारियों का कहना है कि नगरीय क्षेत्र घोषित होने से इन गांवों की आबादी जमीन को नजूल भूमि के रूप में परिवर्तित ग्रामीणों को पट्टा दिया जा सकेगा। नया रायपुर परियोजना क्षेत्र के मास्टर प्लान के अनुसार ही अब इन गांवों में विकास व अन्य निर्माण कार्य कराए जा सकेंगे।
विशेष क्षेत्र के रूप में विकास
नया रायपुर विकास योजना-2031 के अनुसार नया रायपुर को तीन प्लानिंग लेयर में बांटा गया है। लेयर-1 में नया रायपुर शहर का विकास लगभग 80.13 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में किया जा रहा है। प्लानिंग लेयर-2(130.28 वर्ग किमी) में पेरीफेरियल क्षेत्र है, जो नियंत्रित विकास के लिए चिन्हित है तथा लेयर-3 एयरपोर्ट जोन है। नया रायपुर निवेश क्षेत्र कुल 41 गांव शामिल हैं। नया रायपुर के विकास के लिए नया रायपुर को 'विशेष क्षेत्र' के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।
नगरीय क्षेत्र घोषित गांव
आरंग तहसील के मंदिर हसौद, कुहेरा, कोटनी, तांदुल, पलौद, उमरिया व परसदा, अभनपुर तहसील के बेन्द्री, परसठ्ठी, निमोरा, केन्द्री, झांकी, भेलवाडीह, पचेड़ा, कुरू, चेरिया, बंजारी, तेंदुआ व पौंता तथा रायपुर तहसील के सेरीछेड़ी, नकटी, धरमपुरा, टेमरी व बनरसी।
ये गांव पहले से नगरीय क्षेत्र में
राखी, चीचा, कयाबांधा, कोटराभांठा, सेंध, नवागांव(झांझ), रीको, नवागांव(छतौना), झांझ, छतौना, उपरवारा, खंडवा, तूता, बरौदा, खपरी, रणचंडी व माना शामिल हैं।
'राज्य शासन द्वारा जिन 24 गांवों को नगरीय क्षेत्र घोषित किया गया है, वे सभी गांव नया रायपुर विकास क्षेत्र के प्लानिंग लेयर-2 में शामिल हैं। नगरीय क्षेत्र घोषित होने से इन गांवों में अब एनआरडीए के माध्यम से विकास व निर्माण कार्य कराए जाएंगे। 17 गांव पहले से नगरीय क्षेत्र में शामिल किए जा चुके हैं।' - एमडी कावरे, महाप्रबंधक, नया रायपुर विकास प्राधिकरण