रायपुर। Chhattisgarh Board Exams: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षाएं 15 अप्रैल से शुरू हो रही हैं। इसमें से 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद कर दिया गया। नया शेड्यूल बाद में जारी किया जाएगा। मगर, इससे पहले ही कोरोना के बीच शुरू हो रही परीक्षाओं को लेकर चौतरफा विरोध भी शुरू हो गया था। खुद माशिमं की परीक्षाफल समिति के सदस्यों ने गुरुवार को हुई बैठक में परीक्षा को स्थगित करने की मांग उठाई थी। साथ ही कोरोना के बीच परीक्षा लेने पर आपत्ति भी दर्ज कराई है।
अफसर कोरोना के कहर के बीच परीक्षा कराने के लिए अड़े हुए हैं। परीक्षा रद करने के लिए छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ और शालेय शिक्षक संघ ने मांग उठाई है। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के महामंत्री यशवंत वर्मा ने बताया कि कई स्कूलों में शिक्षक, प्राचार्यों के संक्रमित होने के बाद स्कूल को सैनिटाइज करने की स्थिति निर्मित हो रही है। ऐसे में शिक्षक संघ की मांग है कि फिलहाल बोर्ड परीक्षा को स्थगित कर दिया जाए।
बता दें कि एक तरफ जहां शिक्षक संघ ने परीक्षा होने का विरोध शुरू कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ माशिमं के अध्यक्ष डा. आलोक शुक्ला का कहना है कि कहां विरोध हो रहा है, मुझसे तो किसी ने मांग नहीं की है। गौरतलब है कि पिछले साल कोरोना के मामले बेहद कम थे, तब परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था, लेकिन इस बार सर्वाधिक मामले आने के बाद भी परीक्षा कराने की तैयारी है।
ये तब स्थिति है, जब ज्यादातर स्कूलों के व्याख्याता, शिक्षक आदि कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, कुछ शिक्षकों की ड्यूटी भी कोरोना पाजिटिवों की कांट्रेक्ट ट्रेसिंग में लगी हुई है। जानकारों की मानें तो ऐसे हालात में कोरोना का संक्रमण और बढ़ सकता है। माशिमं के अफसर चाहें तो फिलहाल 10वीं की परीक्षा को टाल भी सकते हैं।
कोरोना संक्रमित छात्र नहीं दे पाएगा परीक्षा
इधर, माशिमं के अनुसार कोरोना संक्रमण, लाकडाउन, कंटेनमेंट जोन के कारण अनुपस्थित परीक्षार्थियों को विशेष परीक्षा में बैठने की अनुमति होगी। बता दें कि 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं 15 अप्रैल से एक मई तक तथा 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं तीन मई से 24 मई तक ऑफलाइन मोड में आयोजित होनी हैं।
बोर्ड की परीक्षाएं रद करने को शालेय शिक्षक संघ ने सौंपा ज्ञापन
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शालेय शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे के नेतृत्व में प्रदेश के मुख्यमंत्री, स्कूल शिक्षा के प्रमुख सचिव को ज्ञापन सौंपकर बोर्ड परीक्षाओं को तत्काल रद करने मांग की है। प्रदेश भर में चल रही मोहल्ला क्लास को भी बंद करने की मांग भी है। साथ ही शिक्षकों को वर्क फ्राम होम की अनुमति प्रदान करने की मांग की है।
वर्जन
माशिमं की परीक्षाफल समिति ने फिलहाल कोरोना को देखते हुए परीक्षा को स्थगित करने की मांग की है। हम परीक्षा का विरोध नहीं कर रहे हैं परीक्षा बढ़ते कोरोना के बीच हो रही है इसका विरोध चल रहा है।
- अर्चना खेस, सदस्य ,माशिमं
वर्तमान में प्रदेश में करोना का संक्रमण बढ़ते जा रहा है। प्रत्येक दिन संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहा है जिससे बच्चों और शिक्षकों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में बोर्ड परीक्षा रद करने की मांग की है।
- वीरेंद्र दुबे, प्रांताध्यक्ष, शालेय शिक्षक संघ
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए फिलहाल बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित किया जाना उचित होगा, इस पर विचार किया जाए।
- विजय कुमार झा, अध्यक्ष, प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ
परीक्षार्थी कोरोना संक्रमण, लाकडाउन, कंटेनमेंट जोन आदि के कारण किसी विषय या सभी विषयों की परीक्षा में अनुपस्थित रहते हैं, तो उनकी अंकसूची में अनुपस्थित न रहकर 'सी लिखा जाएगा। ऐसे विद्यार्थी को उन विषय में अंक नहीं दिए जाएंगे, लेकिन उसे पास श्रेणी में उत्तीर्ण माना जाएगा। ऐसे विद्यार्थी जिनकी अंकसूची में सी अंकित है। उनके लिए पूरक परीक्षा के साथ विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी और विशेष परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर उनकी अंकसूची में सी के स्थान पर प्राप्तांक अंकित कर पुनरीक्षित अंकसूची जारी की जाएगी और उन्हें श्रेणी भी दी जाएगी।
- प्रोफेसर वीके गोयल, सचिव, माशिमं