रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
मौजूदा प्रॉपर्टी बेचने के मामले में हाउसिंग बोर्ड का लक्ष्य लगातार पिछड़ता जा रहा है। अब पुराने बकाए को लेकर चिंता दोगुनी हो गई है तो कमिश्नर शम्मी आबादी ने अफसरों के सुस्त रवैए पर चिंता जाहिर की है। खबर के मुताबिक मंगलवार को संभागवार अफसरों की बैठक लेकर हाउसिंग बोर्ड की पुरानी कार्य योजनाओं पर चर्चा की, जिसमें ज्यादातर घरों से बड़े बकाया जाम होने का पता चला। लंबे अरसे बाद भी अफसर वसूली नहीं कर पाए। ऐसी स्थिति सामने आने पर कमिश्नर ने नाराजगी जताते हुए संभागवार वसूली अभियान तेज करने के निर्देश जारी किए। करीबी सूत्र के मुताबिक बैठक में ज्यादातर अफसरों के गैर हाजिर होने के कारण भी विभाग में राजस्व बढ़ोतरी की चिंता बढ़ी। दरअसल ज्यादातर अफसर चुनावी ड्यूटी में होने के कारण मीटिंग से गायब बताए गए। कमिश्नर शम्मी आबदी से संपर्क करने उन्होंने सामान्य बैठक ही होना बताया। रुटीन की तरह से कार्यों की समीक्षा करने की जानकारी दी। विभागीय सूत्र का कहना है हाउसिंग बोर्ड में पुराना बकाया काफी पिछड़ा हुआ है। आठ से 10 साल पुराने कई मकान ऐसे हैं, जिन्होंने रजिस्ट्री के बाद से रकम का भुगतान करना बंद कर दिया है। भुगतान लटक जाने की वजह से हाउसिंग बोर्ड के खाते में राजस्व बढ़ोतरी होने के बजाय नुकसान हो रहा है। बताया गया है ज्यादातर लोगों ने उस वक्त प्रॉपर्टी खरीदी की थी, जब जमीन की कीमत मिलने तक में रजिस्ट्रियां हो जाती थीं, लेकिन जैसे ही जमीन का नामांतरण उनके नाम पर हुआ, कंस्ट्रक्शन के लिए तय की गई लागत राशि देना ही बंद कर दिया। पुराने निर्माण में बड़ी रकम जाम होने की वजह से आगे की परेशानियां बढ़ रही हैं।