
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, रायपुर: समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ होने से पहले ही प्रदेश में अवैध धान परिवहन पर सख्त निगरानी के परिणाम दिखाई देने लगे हैं। मार्कफेड द्वारा एक नवंबर से अब तक जारी आंकड़ों के अनुसार इस अवधि में राज्य के सीमावर्ती जिलों में कुल 19,320 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है।
अन्य राज्यों से धान की आवक रोकने के लिए चेकपोस्ट, कलेक्टर की अध्यक्षता में टास्क फोर्स और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से सतत निगरानी की जा रही है। जिला वार आंकड़ों के अनुसार महासमुंद में सर्वाधिक 4,266 क्विंटल धान पकड़ा गया। इसके बाद बलरामपुर में 4,139 क्विंटल, सूरजपुर 1,750 क्विंटल, रायगढ़ 1,201 क्विंटल, जशपुर 1,157 क्विंटल तथा गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 967 क्विंटल धान जप्त किया गया।
सीमावर्ती इलाकों में बढ़ी निगरानी और त्वरित अलर्ट-रिस्पॉन्स सिस्टम के चलते अवैध परिवहन पर प्रभावी रोक लग रही है। रविवार को हुई दो महत्वपूर्ण कार्रवाई भी विशेष उल्लेखनीय रही। मार्कफेड के कंट्रोल सेंटर से प्राप्त अलर्ट पर कोंडागांव जिले की टीम ने 600 बैग (231.5 क्विंटल) धान मौके पर पहुंचकर जब्त किया।
वहीं, ग्राम त्रिशूली (थाना सनवाल) में रात्रि गश्त के दौरान अलग-अलग स्थानों पर रखे कुल 222 कट्टा धान का पता चला। विवाद की आशंका को देखते हुए दिन में तहसीलदार, थाना प्रभारी और मंडी कर्मियों की उपस्थिति में विस्तृत जांच कर धान की विधिवत जप्ती की गई।
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शासन ने स्पष्ट किया है कि धान खरीदी व्यवस्था में किसी भी प्रकार की अनियमितता पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। खाद्य विभाग ने बताया कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए रियल-टाइम मॉनिटरिंग और कड़ी निगरानी लगातार जारी है।