By Ashish Kumar GuptaEdited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Sun, 14 Aug 2022 03:31:32 PM (IST)Updated Date: Sun, 14 Aug 2022 03:31:32 PM (IST)
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राजधानी के टाटीबंध चौक से गुजरना खतरे से खाली नहीं रह गया है। लोग जाम से त्रस्त हैं। दो दिन पहले कलेक्टर की फटकार के बाद व्यवस्था थोड़ी सुधरी थी, लेकिन अब हालत फिर से जस की तस हो गई। नईदुनिया ने पड़ताल में पाया कि टाटीबंध चौक पर 500 से 600 मीटर की दूरी तय करने में वाहनों को आधे से एक घंटे का समय लग रहा है। यदि गाड़ियां रिंग रोड-2 की ओर से आ रही हों तो और लंबा जाम का सामना करना पड़ता है। चौक से हर मिनट लगभग 110 गाड़ियां गुजर रही हैं। ऐसे में 24 घंटों में डेढ़ लाख से अधिक गाड़ियों का आना-जाना हो रहा है।
आटोमोबाइल्स के विशेषज्ञों के मुताबिक सिर्फ जाम की वजह से चौक पर हर दिन डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का पेट्रोल-डीजल स्वाहा हो रहा है। मालवाहक, कार, बस, स्कूल बस और अन्य वाहन चालकों को इस चौक से गुजरने के पहले बार-बार सोचना पड़ रहा है। बारिश ने हालत और खराब कर दी है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा यहां फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन न तो ठीक से सर्विस रोड बनाई गई है और न ही वाहनों के आने-जाने के लिए संकेतक है। निर्माण में बदइंतजामी लोगों को भारी पड़ रही है।
सबसे बुरी स्थिति शाम छह से सात बजे तक
टाटीबंध चौक पर शाम छह से सात बजे के बीच सबसे बुरी स्थिति होती है। वजह यह है कि नौकरी पेशा और कामकाजी लोगों का रायपुर से दुर्ग-भिलाई और दुर्ग-भिलाई से रायपुर आना-जाना रहता है। साथ ही औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा, भनपुरी, उरला से भी कर्मचारियों और श्रमिकों की आवा-जाही होती है। वहीं, मालवाहक वाहनों आना-जाना होता है। इन सबकी वजह से चौक पर शाम को भारी जाम रहता है।
बीटी रोड तक नहीं बनाई
नियमों के मुताबिक फ्लाईओवर, अंडरब्रिज या सड़क निर्माण के दौरान अस्थायी बीटी रोड का निर्माण किया जाता है, ताकि लोगों को आने-जाने में सुविधा हो, बारिश के दिनों में कीचड़ न फैले और गड्ढे न हो, लेकिन एनएचएआइ ने बीटी रोड तक नहीं बनाई है। अब बारिश में गड्ढों की वजह से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। इस मामले में एनएचएआइ के अधिकारियों का कहना है कि बीटी रोड बनाई गई थी, लेकिन कीचड़ की वजह से खराब हो गई। टाटीबंध चौक पर बीटी रोड का नामो-निशान नजर नहीं आ रहा है।
एक तरफ बजरी डालकर खानापूर्ति
चौक पर खतरनाक गड्ढों को भरने के लिए दो दिन पहले कलेक्टर ने एनएचएआइ के अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए थे, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति की गई। केवल दुर्ग-भिलाई की ओर सर्विस रोड के गड्ढों में बजरी डाली गई। वह भी दूसरे दिन उखड़ गई। बाकी सर्विस रोड उसी हालत में है।
ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने कहा,टाटीबंध चौक पर पहले आठ जवान तैनात किए गए थे, लेकिन इस हफ्ते से 12 जवानों की तैनात की गई है। चौक पर वाहनों का आना-जाना सुगम हो और दुर्घटनाओं की आशंका कम रहे, इसके लिए पूरी कोशिश है।
लोगों से बातचीत की फोटो
होटल-रेस्टारेंट के संचालक दिलीप अग्रवाल ने कहा, टाटीबंध चौक पर ऐसा एक दिन भी नहीं गुजरता, जब गड्ढों और सड़कों की वजह से हादसे न हों। चौक पर रोजाना हादसों की वजह से खतरा बढ़ते जा रहा है।
रेस्टोरेंट संचालक सुखबीर सिंह ने कहा, टाटीबंध चौक पर यातायात व्यवस्था नहीं संभल पा रही है। फ्लाईओवर बनने की वजह से सर्विस रोड की हालत खराब है। खतरा बढ़ते जा रहा है। अस्थायी रोड पर डामरीकरण तक नहीं किया गया है। बारिश ने पोल खोल दी है।
टाटीबंध के ट्रांसपोर्टर अनूप सिंह ने कहा, चौक पर लगातार ट्रैफिक जाम की वजह से वाहन चालकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। डीजल की कीमत वैसी ही बढ़ी हुई है। जाम लगने डीजल की बर्बादी हो रही है।
टाटीबंध के वाहन चालक रोहित बंजारी ने कहा, टाटीबंध चौक पर वाहनों को 100 से 200 मीटर का फासला तय करने में कम से कम 30 मिनट का समय लग रहा है। गाड़ियों का यहां फंसना तय है। फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान गाड़ियों के निकलने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है।