
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के तहत राजधानी रायपुर समेत जिले में घरों की छतों पर सोलर रूफटॉप लगाने की प्रक्रिया सुस्त पड़ गई है।
आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 87 हजार से अधिक आवेदन पोर्टल पर प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 86,037 आवेदन स्वीकृत किए जा चुके हैं। हालांकि, अब तक सिर्फ 9,770 घरों में ही सोलर रूफटॉप सिस्टम इंस्टॉल हो पाया है।
करीब 38,484 हितग्राही अभी भी वेंडर चयन और बैंक लोन स्वीकृति के इंतजार में हैं। बैंक प्रक्रियाओं में देरी के कारण कई आवेदनों की फाइलें अटकी हुई हैं। कई आवेदकों को लोन मंजूरी के लिए बार-बार दस्तावेज जमा कराने पड़ रहे हैं, जिससे इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया रुक गई है।
वहीं, तकनीकी बाधाएं और सीमित संसाधन भी इस योजना की रफ्तार पर असर डाल रहे हैं। हितग्राहियों का कहना है कि वेंडरों के पास पर्याप्त उपकरण और जनशक्ति नहीं होने से कई जगह काम अधूरा छोड़ दिया गया है। कई घरों में इंस्टॉलेशन में 10 से 15 दिन तक का समय लग रहा है।
कुल आवेदन प्राप्त - 87,000 से अधिक
स्वीकृत आवेदन - 86,037
इंस्टॉल रूफटॉप सिस्टम - 9,770 घर
वेंडर चयनित हितग्राही - 38,484
लंबित आवेदन (लोन व तकनीकी कारणों से) - लगभग 37,000
कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने हाल ही में हुई बैठक में विद्युत विभाग और वेंडरों को निर्देश दिया है कि दिसंबर तक इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया में तेजी लाकर निर्धारित लक्ष्य पूरा किया जाए। उन्होंने कहा - 'यह एक महत्वपूर्ण योजना है, इसमें देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।'
कलेक्टर ने बताया कि कुछ बैंक बिना ठोस कारण के आवेदन अस्वीकार कर रहे हैं, जिससे लाभार्थियों को परेशानी हो रही है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी बैंक अनावश्यक रूप से आवेदन रिजेक्ट न करे और सभी लंबित ऋण मामलों का जल्द निपटारा किया जाए।
पीएम सूर्यघर योजना का मकसद घरों की छतों पर सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना और बिजली खर्च में कमी लाना है। हालांकि, बैंकिंग प्रक्रिया और तकनीकी सीमाओं ने इस महत्वाकांक्षी योजना की रफ्तार पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया है।