Prayas Residential School CG: प्रयास आवासीय विद्यालयों में नौवीं में दाखिले के लिए चार अक्टूबर तक करें आवेदन
Prayas Residential School CG: प्रयास आवासीय विद्यालयों में कक्षा नौवीं में प्रवेश के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि चार अक्टूबर।
By Kadir Khan
Edited By: Kadir Khan
Publish Date: Sun, 19 Sep 2021 08:05:00 AM (IST)
Updated Date: Sun, 19 Sep 2021 08:05:54 AM (IST)

Prayas Residential School CG: रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। छत्तीसगढ़ में संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में कक्षा नौवीं में प्रवेश के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि चार अक्टूबर है। इन स्कूलों में दाखिले के लिए कक्षा आठवीं उत्तीर्ण प्रतिभावान विद्यार्थी संबंधित जिले के सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कार्यालय में चार अक्टूबर तक आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।
आवेदन पत्र और अन्य जानकारी विभागीय वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडाटट्रायबलडाटसीजीडाटजीओवीडाट इन www.tribal.cg.gov.in और जिले के सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। इन आवासीय विद्यालयों में दाखिला प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगा।
प्रयास आवासीय विद्यालय में कक्षा नौवीं में कुल 1155 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाना है, जिसमें 650 बालकों को और 505 बालिकाओं को दाखिला दिया जाएगा। नक्सल हिंसा से प्रभावित, पीड़ित परिवार के पात्र बच्चों को संस्था में सीधे प्रवेश की पात्रता होगी। इन आवासीय विद्यालयों में दाखिले के लिए प्राक्चयन परीक्षा 10 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी।
स्वर्गीय राजीव गांधी बाल भविष्य सुरक्षा प्रयास आवासीय विद्यालय संशोधित नियमावली-2020 अनुसार प्रदेश के आदिवासी उपयोजना क्षेत्र तथा नक्सल पीड़ित या प्रभावित क्षेत्रों के शालाओं से कक्षा 8वीं उत्तीर्ण प्रतिभावान विद्यार्थियों के उत्कृष्ट एवं गुणवत्तापूर्ण स्कूली शिक्षा के साथ-साथ राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं-इंजीनियरिंग, मेडिकल, सीए, सीएस एवं क्लैट इत्यादि से संबंधित प्रवेश परीक्षाओं में सफल होने के योग्य बनाने के लिए यह विद्यालय स्थापित किए गए हैं।
यहां कुल इतनी सीटें हैं: वर्तमान में प्रदेश में 9 आवासीय विद्यालय-रायपुर के सड्डू में बालक-200 सीट, गुढ़ियारी रायपुर में कन्या-155 सीट, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और अंबिकापुर में 125-125 सीटों में से बालकों के लिए 75 और बालिकाओं के लिए 50 सीटें हैं। इसी प्रकार कांकेर, कोरबा और जशपुर में 100-100 सीटों में से बालकों और बालिकाओं के लिए 50-50 सीटें हैं।