रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने छत्तीसगढ़ हाट परिसर पण्डरी रायपुर में शनिवार को सातवें राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस पर आयोजित नौ दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने कहा कि हथकरघा संघ बुनकरों को नियमित रोजगार उपलब्ध करा रहा है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता निभाई है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में भी चार लाख 50 हजार लोगों को घर पर ही रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
मंत्री ने राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस पर भारतीय डाक विभाग, छत्तीसगढ़ परिमंडल के सौजन्य से हाथकरघा के प्रमोशन के लिए विशेष आवरण डाक टिकट जारी किया। इस अवसर पर प्रदर्शनी में लगे सभी स्टालों का अवलोकन कर बुनकरों और शिल्पियों का उत्साहवर्धन भी किया। प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन संघ के अध्यक्ष मोतीलाल देवांगन सहित छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष बालम चक्रधारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
15 अगस्त तक चलेगी प्रदर्शनी
सात से 15 अगस्त तक चलने वाली प्रदर्शनी सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक आम लोगों के लिए खुली रहेगी। इस प्रदर्शनी में राज्य के 18 बुनकर समितियों, 20 हस्तशिल्प कारीगरों, खादी एवं ग्रामोद्योग और माटीकला शिल्पकारों के पांच-पांच तथा रेशम वस्त्र और धागाकरण के दो स्टाल सहित कुल 50 स्टाल लगाया गया है। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य का हस्तशिल्प ढोकरा, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, गोदना शिल्प, शीसल शिल्प, टेराकोटा शिल्प, भित्ती चित्र, पत्थर शिल्प, कौंड़ी शिल्प, तूम्बा शिल्प, कशीदाकारी और पारम्परिक वस्त्र सहित विविध शिल्प इत्यादि एवं हाथकरघा वस्त्रों में कोसा सिल्क, टसर सिल्क, काटन के ड्रेस मटेरियल, साड़ियां, टुपट्टे, चादर, बेडशीट तथा खादी वस्त्रों और ग्रामोद्योग द्वारा निर्मित सामग्रियों का विक्रय सह प्रदर्शन किया जाएगा।