रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
परिसीमन से न सिर्फ वार्डों की रूपरेखा बदली, बल्कि सभी वार्ड व्यवस्थित भी हुए। वार्डों की सीमा के हिसाब से ही उनकी नंबरिंग की गई है। पूर्व में नए वार्ड जुड़ते चले गए थे और ये क्षेत्र के मुताबिक क्रमबद्ध नहीं थे। बतौर उदाहरण वर्तमान परिसीमन में पं. मोतीलाल नेहरू वार्ड क्र. 8, जबकि पूर्व में यह 49 नंबर वार्ड था। वर्तमान में वार्ड क्र. 8 कन्हैया लाल बाजारी है। पं. मोतीलाल नेहरू वार्ड अभी महिला आरक्षित है। वार्ड में अनुसूचित जाति के 1802, अनुसूचित जनजाति के 749 लोग निवासरत हैं।
-------------------------
परिसीमन के बाद यह है वार्ड की स्थिति
उत्तर- बलौदाबाजार मुख्य मार्ग पर स्थित जब्बार नाला पुलिस से सड्डू पेट्रोल पंप होते हुए एकता चौक होकर केपिटल सिटी फेस 3 के उत्तर-पश्चिम भाग होते हुए ग्राम बरौंदा की सरहद होते हुए सफायर ग्रीन के उत्तर-पश्चिम भाग होते हुए बलौदाबाजार मुख्य मार्ग स्थित नाला पुलिया तक विधानसभा तक।
पूर्व- बलौदाबाजार मार्ग स्थिति नाला पुलिया विधानसभा के पास से नगर निगम सीमा के आमासिवनी एवं कचना की पूर्वी सीमा होते हुए जोरा रेलवे क्रासिंग तक।
दक्षिण- जोरा रेलवे क्रासिंग होते हुए लाभांडी से चड़ी नगर होते हुए अनुपम नगर फ्लाई ओवर के नीचे तक।
पश्चिम- अनुपम नगर फ्लाई ओवर के नीचे वीआइपी मार्ग से विधानसभा जैक एंड जिल स्कूल होते हुए बलौदाजाबार मुख्य मार्ग तक।
जानें पं. मोतीलाल नेहरू के बारे में- पं. मोतीलाल नेहरू मशहूर वकील थे। उनका जन्म आगरा में हुआ। कैम्ब्रिज से 'बार ऐट लॉ' की उपाधि ली और अंग्रेजी न्यायालयों में वकील के रूप में कार्य प्रारंभ किया। भारत के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू उनके एकमात्र पुत्र थे और उनकी दो बेटियां थीं। आगे चलकर उन्होंने वकालत छोड़कर स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई। 1923 में देशबंधु चित्तरंजन दास के साथ कांग्रेस पार्टी से अलग होकर अपनी स्वराज पार्टी की स्थापना की। 1928 में कोलकाता में हुए कांग्रेस अधिवेशन के वे अध्यक्ष चुने गए। 1928 में कांग्रेस द्वारा स्थापित भारतीय संविधान आयोग के भी वे अध्यक्ष बने। 1931 में इलाहाबाद में उनका निधन हुआ।