रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Conversion In Raipur: थाने में मारपीट और उत्पात करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार। आरोपी संजय सिंह और मनीष साहू को पुलिस ने किया गिरफ्तार। दोनों आरोपियों को कोर्ट लेकर पहुंची पुलिस। मामले में अब भी पांच आरोपी हैं फरार। पुरानी बस्ती थाने में कल दो पक्षों में हुए विवाद के बाद पुलिस ने दर्ज किया है। मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का केस दर्ज किया गया है।
बताते चलें कि मतांतरण की शिकायत को लेकर रविवार को पुरानी बस्ती थाने में बजंरग दल, भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने वहां बैठे पादरी प्रकाश मसीह की जमकर पिटाई कर दी।
मामले में पुलिस ने संभव शाह, विकास मित्तल, मनीष साहू, शुभंगर द्विवेदी, संजय सिंह, अनुरोध शर्मा और शुभम अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज किया था। थाने में हुई इस घटना से नाराज एसएसपी अजय कुमार यादव ने थाना प्रभारी यदुमणी सिदार को हटा दिया था। हालांकि, शासन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी अजय यादव का ट्रांसफर पुलिस हेडक्वार्टर में कर दिया। उनकी जगह दुर्ग से एसपी प्रशांत अग्रवाल को लाया गया है।
बताया जा रहा है कि भाटागांव इलाके में मतांतरण की शिकायत पर पुलिस ने ईसाई संगठन के लोगों को बुलाया था। इस दौरान हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में वहां पहुंचे और उन्होंने एक पादरी को पीट दिया। इस बीच समुदाय विशेष की कुछ महिलाएं भी पहुंच गईं और उन्होंने भी हल्ला मचाना शुरू कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी भी थाने पहुुंच गए थे।
थाना शक्ति और भक्ति प्रदर्शन का अखाड़ा बना
तीन घंटे तक चले हंगामे के दौरान थाना शक्ति और भक्ति प्रदर्शन का अखाड़ा बन गया। पहले जहां मार-पीट हुई, वहीं बाद में थाना परिसर में समुदाय विशेष के लोगों ने प्रार्थना सभा कर दी। अखिल भारतीय ईसाई समुदाय अधिकार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरविंदर चड्डा, छत्तीसगढ़ी क्रिश्चियन फोरम के अध्यक्ष अरुण पन्नालाल, कैपिटल पास्टर फैलौशिप के पास्टर सिमोन पतरस, पास्टर डा. अनिल कुमार ,निकोलस सिंह, कमल तांडी, पीटर सायमन ने चर्चों और प्रचारकों को सुरक्षा दिए जाने की मांग की है। साथ ही कहा है कि यदि उन्हे सुरक्षा नहीं दी गई तो थाना में प्रार्थना की जाएगी। वहीं, दूसरी तरफ हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया।