Millets Cafe in Raipur: मिलेट्स कैफे में रागी के सूप और कोदो-कुटकी के भजिये का चख सकेंगे स्वाद
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में शहर के पहले मिलेट्स कैफे की शुरुआत हो रही है। यहां पर 20 से ज्यादा प्रकार के खाद्य पदार्थ मिलेंगे।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Thu, 19 Jan 2023 04:05:02 PM (IST)
Updated Date: Thu, 19 Jan 2023 04:05:02 PM (IST)

रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में शहर के पहले मिलेट्स कैफे की शुरुआत हो रही है। कृषि विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस 20 जनवरी को कैफे का उद्घाटन किया जाएगा। यहां पर कोदो, कुटकी, कंगनी, रागी, सावां, ज्वार, बाजरा, रागी का सूप, कोदा के भजिया, मक्का से बने 20 से ज्यादा प्रकार के खाद्य पदार्थ मिलेंगे। कैफे में 20 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। कैफे में रेडी टू ईट और रेडी टू कुक दोनों तरह के उत्पाद उपलब्ध रहेंगे। शुरुआत में कैफे को विश्वविद्यालय प्रशासन खुद चलाएगा। इसके बाद मिलेट्स का स्टार्टअप शुरू करने वाले लोगों को कैफे चलाने के लिए दिया जाएगा।
इधर मिलेट्स का स्टार्टअप चला रही कविता देव से प्रशासन ने संपर्क किया है। कविता हाल ही में मिलेट डोसा बटर बनाई है। इसे एक सप्ताह के अंदर बाजार में लाने की तैयारी चल रही है। मिलेट डोसा बटर से लोग इडली और डोसा बना सकेंगे। इसे पांच दिन तक फ्रीज में स्टोर कर रख सकते हैं। अभी मोटे अनाज यानी मिलेट्स से क्रीम बिस्किट, नमकीन बिस्किट, दूध बिस्किट, रागी पीनट बटर, ज्वार पीनट बटर, उपमा, पोंगल, खिचड़ी,इडली, डोसा, रागी का सूप, पकौड़े, कोदो के भजिया, कुटकी का छत्तीगसढ़ी फरा, रागी, कुटकी का चीला जैसे कई खाद्य पदार्थ बन रहे हैं।
छत्तीसगढ़ पहला राज्य जो मिलेट्स पर दे रहा प्रोत्साहन राशि
छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जो मोटे अनाज यानी मिलेट्स को समर्थन मूल्य पर खरीद रहा है। सरकार की तरफ से कोदो, कुटकी, रागी, सावां जैसे मोटे अनाज की फसलें उगाने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। विधानसभा में भी सरकार की तरफ से मिलेट्स भोज रखा गया था। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर राज्य में मिलेट्स की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी थी। इसपर पीएम मोदी ने भी मिलेट्स कैफे शुरू करने की सलाह दी थी।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने घोषित किया अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष
भारत सरकार की पहल पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष-2023 को अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष घोषित किया है। पूरे विश्व में मिलेट्स खाने पर शामिल करने पर बहस छिड़ी हुई है।