रायपुर। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को भुवनेश्वर-जगदलपुर हीराखंड एक्सप्रेस ट्रेन में ओडिशा के भुवनेश्वर से रायगढ़ा तक बतौर सामान्य यात्री सफर किया। उन्होंने स्लीपर और जनरल कोच में यात्रियों से चर्चा कर उनकी समस्याओं और अपेक्षाओं को समझा। आम ट्रेन यात्रियों के लिए यह सुकून की बात रही कि लंबे समय बाद उन्हें ऐसे रेल मंत्री मिले, जिन्होंने तमाम प्रोटोकाल को दरकिनार कर आम यात्रियों के साथ सफर किया।
रेल मंत्री शनिवार को भी जैपुर, बोरीगुमा, नवरंगपुर, भवानीपट्टनम का दौरा करेंगे।
निश्चित ही इससे ओडिशा समेत बस्तर क्षेत्र की तमाम रेल परियोजनाओं को गति मिलेगी और नई योजनाओं के बारे में विचार-विमर्श करने का मौका भी मिलेगा। छत्तीसगढ़ राज्य के अस्तित्व में आने के बाद लगातार रेल मंत्रालय ने विकास की गतिविधियों को पहले की तुलना में तेज किया है। इससे न केवल छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों की संख्या और स्टापेज बढ़े हैं, बल्कि दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर से कई ट्रेनें भी शुरू हुई हैं।
प्रदेश में करीब 1,187 किलोमीटर की नई रेल लाइन बिछाने की नौ परियोजनाओं को बजट में मंजूरी मिल चुकी है। इनमें दल्ली राजहरा-जगदलपुर रावघाट परियोजना, खरसिया-धरमजयगढ़, गेवरा-पेंड्रारोड, खरसिया-बलौदाबाजार-नवा रायपुर-दुर्ग, डोंगरगढ़-खैरागढ़-कवर्धा-कटघोरा, धरमजयगढ़-कोरबा प्रमुख हैं। इन परियोजनाओं के काम विभिन्न चरणों में जारी हैं।
आज हमारे पड़ोसी राज्य ओडिशा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के चार दिवसीय प्रवास से एक बार फिर नई रेल लाइन बिछाने समेत लाइनों के दोहरीकरण, ठहराव और ट्रेनें बढ़ाने की जरूरतों को रेल मंत्रालय समझेगा। हर रेलवे यात्री उम्मीद कर रहा है कि रेल मंत्रालय की सक्रियता से ठहरे हुए कार्यों को और गति मिलेगी। उम्मीद की एक बड़ी वजह है ओडिशा-आंध्र प्रदेश क्षेत्र में रेलवे की अधोसंरचना का विस्तार।
इस समय जगदलपुर वाल्टेयर रेल मंडल और वेस्ट कोस्ट रेलवे जोन भुवनेश्वर के अंतर्गत आता है। रेल मंत्री ने दौरे के क्रम में संकेत दिए हैं कि जल्द ही ओडिशा का रायगढ़ा रेल मंडल बनने जा रहा है। इससे प्रशासनिक गतिविधियोें में तेजी आएगी और रेलवे के प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी के कारण समस्याओं का जल्द निराकरण संभव हो पाएगा।
पूर्व अनुभव के आधार पर भी यह आकलन किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ राज्य के अस्तित्व में आने के बाद रायपुर रेल मंडल और बिलासपुर रेल जोन बन गया। इससे विकास कार्यों और यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई। ऐसी ही उम्मीद एक बार फिर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से की जा रही है।
उम्मीद की जानी चाहिए कि प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर बस्तर संभाग में रेलवे नेटवर्क के विस्तार के लिए और नई परियोजनाओं की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी, क्योंकि यह स्थापित सत्य है कि किसी भी क्षेत्र के लोगों के विकास में रेलवे का विस्तार अहम योगदान करता रहा है।