
परितोष दुबे, रायपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर दस साल से पार्क किए बांग्लादेशी विमान को एयरपोर्ट अथारिटी नीलाम करेगी। 173 यात्रियों के साथ ढाका से मस्कट जाने के दौरान सात अगस्त 2015 को बांग्लादेशी फ्लाइट क्रमांक एमडी 83 के इंजन में गड़बड़ी आई थी। इस दौरान रायपुर में आपातकालीन लैंडिंग हुई थी। तब से अब तक विमान रायपुर एयरपोर्ट में पार्क है।
एयरपोर्ट के नवनियुक्त निदेशक योगेश नगाइच ने गुरुवार को बताया कि विमान को नीलाम करने का प्रस्ताव अथारिटी के मुख्यालय भेज दिया गया है। बोर्ड की स्वीकृति मिलने के बाद नीलामी की जाएगी। बताया जा रहा है कि इन दस वर्षों में विमान का पार्किंग शुल्क चार करोड़ से ज्यादा हो गया है।
बांग्लादेशी विमानन कंपनी को एयरपोर्ट अथारिटी ने इन इस वर्षों में 90 से अधिक बार ईमेल किए हैं, लेकिन विमानन कंपनी ने एयरपोर्ट को किसी भी मेल का जवाब नहीं दिया है। वर्ष 2019 में बांग्लादेशी विमानन कंपनी के विशेषज्ञ रायपुर आए थे। उस दौरान विमान को 300 मीटर खिसकाया गया था। उस समय विशेषज्ञों ने कहा था कि जल्द ही इस विमान को ले जाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
नवनियुक्त निदेशक योगेश नगाइच ने कहा कि एयरपोर्ट का सुंदरीकरण उनकी प्राथमिकता है। इस प्रक्रिया में यात्रियों को मिलनी वाली सुविधाओं और उनके अनुभव को बेहतर किया जाएगा। एयरपोर्ट के विकास का प्रस्ताव बोर्ड को भेजा गया है।
वे गुरुवार को एयरपोर्ट के प्रशासनिक भवन के सभागार में मीडियाकर्मियों को संबोधित कर रहे थे। रायपुर से पहले उदयपुर के हवाईअड्डे के निदेशक रह चुके नगाइच ने बताया कि उदयपुर में पदस्थापना के दौरान उन्होंने यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के कई प्रयास किए थे। रायपुर में भी उनकी कोशिशें जारी रहेगी।
इसी वर्ष आकाशीय बिजली गिरने से एयरपोर्ट को हुए नुकसान के कारण बाधित हुई उड़ानों के प्रसंग पर नगाइच ने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लिया जाता है। आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी पर जारी नोटम में सामान्य तौर पर विमानों का संचालन नहीं रोका जाता।
सतर्कता बढ़ाई जाती है। किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने का कोई भी उपाय शत प्रतिशत सफल होना मुश्किल होता है। इसी वर्ष दस और 11 सितंबर को बिजली गिरने से एयरपोर्ट के उपकरण प्रभावित हुए थे। कई उड़ानों को डाइवर्ट करना पड़ा था।