By Pramod Sahu
Edited By: Pramod Sahu
Publish Date: Sun, 23 Apr 2023 08:32:12 PM (IST)
Updated Date: Sun, 23 Apr 2023 08:32:12 PM (IST)
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मध्य प्रदेश के शहडोल के पास सिंहपुर स्टेशन में 19 अप्रैल को हुए मालगाड़ी हादसे के बाद से ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से चरमरा गया है। इस घटना से क्षतिग्रस्त हुई रेल लाइन को सुधारने का काम लगातार जारी है। 60 घंटे बाद एक लाइन से ट्रेन निकाली जा रही है। वहीं रायपुर और दुर्ग की तरफ से चलने वाली सभी ट्रेनें डायवर्ट कर दी गई हैं।
ये ट्रेने गोंदिया के रास्ते आ-जा रही हैं। ऐसे हालात में सुबह की सारनाथ, अमरकंटक एक्सप्रेस ट्रेनें 10 से 12 घंटे देरी से आ रही हैं। इन दोनों ट्रेनों को दुर्ग स्टेशन में समाप्त कर दिए जाने से रायपुर की तरफ आने वाले यात्री परेशान हैं। कटनी की तरफ से आने वाली ट्रेनों को जबलपुर, बालाघाट के रास्ते और रायपुर, दुर्ग की तरफ से जाने वाली ट्रेनों को गोंदिया, बालाघाट के रास्ते निकालने का सिलसिला जारी है।
ऐसे में रायपुर स्टेशन से लेकर दुर्ग स्टेशन तक यात्रियों में ट्रेन पकड़ने और दुर्ग से उतरकर रायपुर, भाटापारा, बिलासपुर जैसी जगहों तक पहुंचने को लेकर हलकान है। छत्तीसगढ़-समता की बोगियों में पांव रखने तक की जगह नहीं दुर्ग से सारनाथ, अमरकंटक, नौतनवा, संपर्क क्रांति, बरौनी एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रा करना आसान नहीं है। आलम यह है कि इन ट्रेनों में पांव रखने तक की जगह नहीं है।
यात्रियों में भगदड़ जैसी स्थिति बनी हुई है। दुर्ग से रायपुर आने वाले हजारों यात्री रोज परेशान हो रहे हैं। वहीं बिलासपुर तरफ से आने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस और ओडिशा तरफ से आने वाली समता एक्सप्रेस में यात्री ठसाठस भरे नजर आ रहे हैं। बिलासपुर से भोपाल, चिरमिरी, शहडोल, अंबिकापुर की दर्जनभर ट्रेनें रद रहीं। शनिवार देर शाम को कुछ ट्रेनों का परिचालन कटनी के रास्ते बहाल होने से थोड़ी राहत जरूर मिली है। परेशान हैं बुजुर्ग यात्री मालगाड़ी हादसे से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए रेलवे स्टेशनों में की गई व्यवस्था नाकाफी है।
सबसे अधिक बुजुर्ग यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। गोंदिया तरफ दुर्ग में ट्रेनें समाप्त की जा रही हैं, ऐसे में बुजुर्ग, दिव्यांग, बीमार और शारीरिक रूप से कमजोर यात्रियों को किसी दूसरी ट्रेनों में न तो बिठाने की व्यवस्था है और न ही यह सूचना दी जा रही है कि ये ट्रेन दुर्ग तक ही चलेंगी। फर्स्ट, सेकंड और थर्ड एसी का किराया देने वाले यात्रियों को लोकल ट्रेनों से या निजी टैक्सी बुक कर अथवा किसी दूसरी ट्रेन में रायपुर, भाटापारा जाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
चल रही मरम्मत रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि मालगाड़ी हादसे के बाद से स्थिति सुधारने की कोशिश हो रही है। हेल्पलाइन नंबर जारी करने के साथ ही सभी स्टेशनों में घोषणा की जा रही है। हर कोच के यात्रियों को ट्रेनें गंतव्य से पहले समाप्त होने और दूसरी ट्रेनें पकड़ने की जानकारी देने के लिए टिकट निरीक्षकों को कहा गया है। मालगाड़ी दुर्घटना स्थल पर लगातार मरम्मत का काम चल रहा है। एक दो दिनों में स्थिति में काफी सुधार होने की उम्मीद है।
सभी डायवर्ट ट्रेनें अपने रास्ते पर चलने लगेंगी।सोमवार तक रेल पटरी ठीक होने की उम्मीद रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक सोमवार रात तक सिंहपुर से बिलासपुर की तरफ की रेल पटरी ठीक होने की उम्मीद है। डाउन लाइन शुरू होने के बाद एक लोकल और एक सुपरफास्ट ट्रेन का परिचालन किया गया। सुबह तक सारी लाइनो को चालू करने का लक्ष्य रखकर कार्य किया जा रहा है।
क्षतिग्रस्त पटरी को सुधारने छूटा पसीना बिलासपुर-कटनी रेल लाइन पर सिंहपुर स्टेशन यार्ड की क्षतिग्रस्त पटरी को सुधारने में पूरे रेलवे अमले को पसीना छूट रहा है। इस यार्ड में मालगाड़ी हादसे को पांच दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक सिर्फ एक डाउन लाइन सुधर पाई है। इस लाइन के खुालते ही रेलवे मालगाड़ी चलाने लगा है। डायवर्ट ट्रेनों के हजारों यात्री अपना सफर पूरा करने में हांफ रहे हैं।