रायपुर ( विकास सोनी)। Raipur News अब स्वसहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद आनलाइन बाजार में भी मिलेंगे। इसके लिए जिला पंचायत द्वारा एक साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है, जिसकी सहायता से इनके उत्पाद आनालाइन बाजार में भी उपलब्ध हो पाएंगे। इनकी डिलीवरी शुरूआती दौर में विभिन्न विभागों में बड़ी मात्रा में की जाएगी। इसके बाद आम नागरिक भी घर बैठे इनके उत्पादों को आनलाइन आर्डर कर घर पर मंगवा सकेंगे।
अफसरों के अनुसार एप्लीकेशन लगभग तैयार हो चुका है और 26 जनवरी को इसकी लांचिंग की जाएगी। इस साफ्टवेयर की सहायता से जिले में तैयार होने वाली स्टेशनरी, मुनगे के पाउडर, अमरूम का जैम, टायलेट क्लीनर, हैंडवाश, सेनेटरी आइटम्स जैसे 60 से अधिक उत्पाद अब लोगों को घर पहुंच कर मिलेंगे। इसकी सहायता से जिले के 11000 स्व-सहायता समूहों के उत्पादों को बेचने के लिए आनलाइन बाजार मिलेगा, उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और लोगों को देसी उत्पाद कम कीमत पर आसानी से घर बैठे मिल सकेंगे।
एनआइटी के छात्रों ने तैयार किया साफ्टवेयर
जिला पंचायत द्वारा एनआइटी से संपर्क कर इसके लिए साफ्टवेयर तैयार करवाया गया है। इसे एनआइटी के अस्टिेंट प्रोफेसर और द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों ने तैयार किया है। इसे सीजी एसएचजी मार्ट का नाम दिया गया है। इसे प्ले स्टोर से भी डाउनलोड किया जा सकेगा, जो मोबाइल एप्लीकेशन होगा।विभिन्ना विभाग वेब एप्लीकेशन के जरिए इसमें आर्डर दे सकेंगे और डिलीवरी ले सकेंगे।
पेमेंट से लेकर सारी चीजें रहेंगी आनलाइन
मोबाइल और वेब एप्लीकेशन में पेमेंट से लेकर सारी चीजें आनलाइन रहेंगी। आर्डर आने के बाद उसकी डिलीवरी से लेकर पेमेंट सहित सारी प्रक्रिया की आनलाइन मानीटरिंग की जाएगी। एक प्रक्रिया पूरी होते ही आटोमेटिक अगले स्टेप का क्रियान्वयन होना शुरू हो जाएगा।
उत्पादों का बाजार और समूह के मूल्य के साथ स्टाक भी दिखेगा
इस एप्लीकेशन में स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों के मूल्य के साथ ही इसका बाजार मूल्य भी दिखाया जाएगा। इससे आसानी से दोनों की कीमतों में तुलना की जा सकेगी। वहीं, विभिन्ना समूहों के पास उक्त उत्पाद का कितना स्टाक है, यह भी आनलाइन देखा जा सकेगा। इसी हिसाब से आर्डर किया जाएगा।
स्वास्थ्य, महिला बाल विकास व कलेक्ट्रेट में होगी आपूर्ति
स्वसहायता समूहों द्वारा स्टेशनरी से लेकर स्वास्थ्य संबंधी, सफाई सहित पोषण संबंधित सामग्रियों का उत्पादन किया जाता है। इन्हें पहले स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग से लेकर स्टेशनरी का उपयोग करने वाले कार्यालयों को दिया जाएगा। इसके बाद इसे आम लोगों के लिए भी खोला जाएगा।
वर्जन
समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए वेब और मोबाइल एप्लीकेशन तैयार करवाया गया है। इसमें पहले विभागों को आनलाइन डिलीवरी की जाएगी। इसके बाद आम लोगों के लिए भी शुरू किया जाएगा। इससे लोगों को देसी उत्पाद मिलने के साथ ही समूहों का आर्थिक रूप से सशक्त करने में भी सहायता मिलेगी।
आकाश छिकारा, सीईओ, जिला पंचायत, रायपुर