रायपुर। अगर आप सड़कों पर यातायात नियमों का उल्लंघन करते हुए तय लिमिट से ज्यादा तेज वाहन दौड़ाते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। आपके वाहनों पर लगाम लगाने के लिए 'स्पीड रडार गन आने वाली है। ये हाईटेक गन ब्लूटूथ तथा वाई फाई से लैस होगी। रायपुर ट्रैफिक पुलिस को जल्द ही स्पीड रडार गन मिलने वाली है। इस गन की मदद से ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों की गति को मापेगी। जो वाहन चालक तेज गति से वाहन चला रहा होगा उसका मौके पर ही चालान काट दिया जाएगा। स्पीड रडार गन की मदद से वाहन चालक को सबूत के तौर पर वीडियो भी दिखाया जा सकता है। ट्रैफिक पुलिस फिलहाल इस स्पीड रडार गन का उपयोग हाईवे पर करेगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर अक्सर वाहन चालक तय गति से तेज वाहन चलाते हैं। इससे सड़क हादसे होते हैं।
10 स्पीड रडार गन खरीदने को टेंडर जारी
हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने कई तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आई है। ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं ओवर स्पीड वाहन चलाने की वजह से होती हैं। इस पर अंकुश लगाने पुलिस मुख्यालय ब्लूटूथ तथा वाई-फाई से लैस स्पीड रडार गन खरीदने की तैयारी कर रहा है। 10 दस स्पीड रडार गन खरीदने के लिए टेंडर जारी किया गया है।
अभी ये है सिस्टम
आइटीएमएस योजना के तहत शहर में लगाए गए कैमरों में वाहनों की स्पीड की जांच की जाती है। साथ ही तय मानक से ज्यादा रफ्तार में वाहन चलाने वाले वाहन चालकों का डिटेल निकालकर वाहन मालिकों के पते पर चालान भेजे जाने की कार्रवाई की जाती है। शहर और नवा रायपुर में वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए जो स्पीड रडार सिस्टम लगाए गए हैं, वह केबल से कनेक्ट हैं। इस वजह से निश्चित स्थान से गुजरने वाले तेज रफ्तार वाहनों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई कर पाती है। स्पीड रडार गन मिलने के बाद कहीं भी चेकिंग कर कार्रवाई की जा सकेगी।
ऐसे करेगी काम
ब्लूटूथ तथा वाई-फाई से लैस स्पीड रडार गन को ट्रैफिक पुलिस के जवान कहीं भी ले जा सकेंगे। स्पीड से आने वाले वाहनों का इस गन के माध्यम से वीडियो और फोटो बनाया जा सकता है, जिसमें वाहनों की गति सीमा भी आएगी। ट्रैफिक पुलिस के जवान वाई-फाई के माध्यम से वीडियो, फोटो को आइटीएमएस के सर्वर रूम में सीधे अपलोड कर सकेंगे। वाहन नंबर के आधार पर उसके मालिक का पता लगाकर चालान भेजा जा सकेगा।
हाईवे पर अचानक वाहन रोकने पर एक्सीडेंट का रहता है खतरा
किसी भी हाईवे पर तेज रफ्तार वाहन को अचानक रोकने पर एक्सीडेंट का खतरा रहता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय ने वाहन को रोके जाने के बजाय कार्रवाई कर चालान सीधे वाहन मालिक को भेजने के लिए स्पीड रडार गन खरीदने का निर्णय लिया है।
प्रदेश में सड़क हादसे में रायपुर प्रथम
प्रदेश में सड़क हादसे के मामले में रायपुर नंबर एक पर है। दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर और रायगढ़ क्रमश: दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें नंबर पर हैं। राज्य में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं स्टेट हाईवे और ग्रामीण इलाकों में होती हैं।