राजकुमार धर द्विवेदी। Dunia Ke Goath: आजादी के अमृत महोत्सव पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की संकल्पना को अक्षुण्ण बनाने के लिए नवा रायपुर में महाराष्ट्र के वर्धा की तर्ज पर सेवाग्राम की स्थापना की जाएगी। बेशक यह छत्तीसगढ़ का सेवाग्राम गांधी दर्शन को याद रखने के साथ लोगों के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगा। गत दिनों मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा कर नवा रायपुर में करीब 75 से 100 जमीन चिह्नांकित करने के निर्देश दिए हैं।
इस सेवाग्राम में गांधीवादी सिद्धांतों, ग्रामीण कला और शिल्प के केंद्र विकसित किए जाएंगे, जहां अतिथि विषय विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा। साथ ही वहां वृद्धाश्रम व वंचितों के लिए स्कूल भी स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश की एक बड़ी आबादी ऐसी है, जिसने सिर्फ स्कूली किताबों में ही गांधी को पढ़ा है। सेवाग्राम बन जाने से गांधीजी के चरित्र की छवि नई पीढ़ी के मन में बनाने में प्रदेश की कांग्रेस सरकार सफल ही होगी।
मोटी चमड़ी
चिंतकजी मुस्करा रहे थे। शायद महीनों बाद उनके जीवन में यह शुभ घड़ी आई थी। निंदकजी ने तीव्र उत्सुकता के साथ मुस्कराने का कारण पूछा। इस पर चिंतकजी ने बताना शुरू किया, 'मित्र, लो यह वीडियो देखो। 26 दिन बाद ट्रांसफार्मर सुधरा है तो उसकी खुशी में लोग बैंड बाजे के साथ डांस कर रहे हैं।" यह सुनना था कि निंदकजी ठठाकर हंसे और बोले, 'बहुत बड़ा कटाक्ष, मित्र।
मगर, अफसरों की चमड़ी इतनी मोटी है कि उन पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। कुछ भी कर लो, वे सुधरने वाले नहीं। लेकिन इन लोगों को भी दाद देनी पड़ेगी कि कटाक्ष के लिए बड़ा मनोरंजक तरीका अख्तियार किया है। एक बार और तो दिखाइए वीडियो। बैंडवाले भी मस्ती से बजा रहे हैं। इस कोरोना काल में इनका भी कुछ फायदा हो गया होगा। एक फायदा और हुआ कि आप मुस्कराए। आज हंसने-मुस्कराने के लिए 56 इंची सीना चाहिए।"
भादो ने भिगोया और रुलाया
बारिश यूं तो आषाढ़ और सावन में होती है, लेकिन इस बार भादो की बारिश ने लोगों को भिगाया भी और रुलाया भी। छत्तीसगढ़ में भादो की बारिश से नदी और नाले उफान पर आ गए। दो दिन पहले हुई बारिश ने तो राजधानी की सफाई व्यवस्था की पोल ही खोल दी। निगम के अमले की उम्मीद से परे हुई बारिश के चलते लोगों के घरों के साथ मंदिरों में भी पानी भर गया।
इसका सबसे बड़ा कारण नालियों की सफाई का नहीं होना रहा। सूबे के एक बड़े अधिकारी ने इसे स्वीकार किया और अपने मातहतों को दोटूक कह दिया कि जिनके वार्डों में गंदगी नजर आई, उन पर सीधे कार्रवाई होगी। विभाग का पलीता होते देखकर आयुक्त ने जोन कमिश्नरों, कार्यपालन अभियंताओं, जोन स्वास्थ्य अधिकारियों को मुक्कड़ों को बंद करने और वहां का कचरा तत्काल वहां से हटवाने के लिए निर्देशित किया है।
वाट्सएप विश्वविद्यालय में हिंदी दिवस!
इंटरनेट मीडिया के इस जमाने में इन दिनों सबसे बड़ा ज्ञानी बाबा वाट्सएप ही है। वाट्सएप विश्वविद्यालय से हर विषय का अभूतपूर्व ज्ञान लोगों को मिलता रहता है। जाने-अनजाने लोग इस ज्ञान का खूब प्रचार भी करते रहते हैं। कारण यह है कि बड़ी संख्या में लोगों को इस बात की जानकारी ही नहीं होती है कि आखिर तथ्यों को परखा कैसे जाए? कौन से तथ्य सही और कौन से गलत हैं।
अपने इस अज्ञान को दूर करने के बजाय लोग यह कहकर टाल जाते हैं कि छोड़ न यार, हमें क्या करना। आखिर हम सब अपनी जिम्मेदारी कब समझेंगे? अगर हमने आज गलत जानकारी पढ़ी और साझा की तो हमने अपने भविष्य को अतीत का गलत आईना दिखाया। इसके लिए सिर्फ हम और हम ही दोषी हैं। बहरहाल हिंदी दिवस पर हिंदी के बड़े-बड़े जानकारों ने कई महत्वपूर्ण जानकारी इंटरनेट मीडिया में साझा की।