रायपुर। Shahnawaz Pradhan Memories: आतंकवादी हाफिज सईद और टीवी धारावाहिक कृष्णा में नंदबाबा की भूमिका निभाने वाले अभिनेता शाहनवाज प्रधान को कौन भूल सकता है। अपनी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीतने वाले शाहनवाज इस दुनिया को अलविदा कह गए। शुक्रवार को मुंबई में हार्ट अटैक से उनकी मृत्यु हो गई। रायपुर से उनका गहरा नाता रहा है। स्कूली शिक्षा के दौरान ही वे रंगमंच से जुड़ गए थे। प्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर, मिर्जा मसूद, जलील रिजवी, आनंद वर्मा जैसे कलाकारों के साथ उन्होंने रंगमंच की बारीकियां सीखी, फिर मुंबई फिल्म जगत में अपनी विशेष पहचान बनाई थी।
कला जगत से जुड़े उमेश मिश्रा बताते हैं कि शाहनवाज की शिक्षा रायपुर में हुई। स्कूल के वार्षिक समारोह में वे नाटकों में अभिनय करते थे। इसके बाद थिएटर ग्रुप के साथ जुड़कर अभिनय की दुनिया में कदम रखा। 1984 में एक वर्कशाप के दौरान वे हबीब तनवीर के साथ नया थिएटर ग्रुप से जुड़े। 1991 में मुंबई चले गए और टेलीविजन, फिल्मों में अपने अभिनय से पहचान बनाई। हाल ही में मिर्जापुर वेब सीरीज में पुलिस अधिकारी के रूप में नजर आए थे।
मिश्रा बताते हैं- सरकारी स्कूल में हम साथ पढ़ते थे। मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में पहचान बनाने के लिए शाहनवाज ने काफी संघर्ष किया। उनका संघर्ष रंग लाया। बेहतरीन अदाकारी के दम पर भारतीय फिल्म उद्योग और टेलीविजन धारावाहिकों में उन्होंने नाम कमाया। सफलता मिलने के बावजूद वे संतुलित, सौम्य और विनम्र थे। सबसे उत्साह से मिलते थे। ल
गता ही नहीं था कि जिन्हें हम टीवी पर बड़े- बड़े रोल करते देखते हैं, यह वही है। एक बार बैजनाथपारा में साउथ इंडियन फूड दुकान में मेरे बेटे अबीर से इतनी आत्मीयता से मिले कि अबीर उनका दीवाना हो गए। जब भी हम मिलते तो बचपन और स्कूल के दिनों की सारी बातें करते। उनका जाना छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका कैरियर शबाब पर था। सुख के दिन कदम चूम रहे थे। उनसे बिछड़ने से हम सब अवाक हैं।