रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए शासन-प्रशासन ने पान मसाला, जर्दा गुटखा, तंबाकू, गुड़ाखू, जर्दा, सिगरेट को प्रतिबंधित कर रखा है, लेकिन थोक कारोबारी इन सबकी जमकर कालाबाजारी कर रहे हैं। बंद शटर के भीतर से इन सप्लाई दोगुनी कीमत पर की जा रही है और दुकानदार तीन से पांच गुना कीमत पर ग्राहकों को बेच रहे हैं। मंगलवार को खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने हीरापुर स्थित जैन किराना स्टोर्स में छापा मारकर 7 बोरी जर्दा गुटखा जब्त किया।
राजधानी रायपुर का ऐसा कोई इलाका नहीं बचा है, जहां प्रतिबंधित पान मसाला, गुटखा, बीड़ी-सिगरेट की बिक्री न हो रही हो। पान मसाले के थोक विक्रेता बेखौफ होकर इनकी कालाबाजारी कर रहे हैं। ये शटर को बंद रखकर प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। शहर के गोलबाजार, पंडरी, शंकर नगर, पुराना बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन रोड, गुढ़ियारी, पुरानी बस्ती, रायपुरा, टिकरापारा, देवपुरी, टाटीबंध, राजेंद्र नगर, खमतराई समेत आसपास के इलाकों में धड़ल्ले से पान मसाला बेचा जा रहा है। शिकायत मिलने पर नईदुनिया टीम ने पड़ताल की तो पाया कि अधिकांश पान मसाला की थोक दुकानों के शटर दिखावे के तौर पर बंद हैं। तड़के और रात के अंधेरे में शटर खोलकर दुकानदारों को पान मसाला, सभी प्रकार के जर्दा गुटखा एमआरपी से दोगुनी कीमत पर बेच रहे हैं। वे यह कहकर छोटे-बड़े दुकानदारों से दोगुनी कीमत वसूल रहे हैं कि कंपनियों ने रेट बढ़ा दिया है। रायपुरा, टिकरापारा पुलिस थाने के समीप, संतोषी नगर और संजय नगर इलाके के थोक जनरल स्टोर में रोजमर्रा की जरूरत के सामान के साथ पान मसाला, गुटखा तीन से चार गुना कीमत पर दुकानदारों को दिया गया।
थोक दुकानदारों ने बढ़ाया रेट
छोटे दुकानदारों ने नईदुनिया को बताया कि आमतौर पर पान पराग, रजनीगंधा, पान बहार और सिग्नेचर के नाम से आने वाले पान मसालों के पाउच की एमआरपी पांच रुपये है। लॉकडाउन में इनकी सप्लाई पहले की तरह हो रही है, लेकिन थोक दुकानदारों ने सभी की कीमत दोगुनी कर दी है। तरह जर्दा में तुलसी, बाबा के पाउच 5 और 8 रुपये में बिकते हैं, पर इन दिनों 10 और 15 रुपये में बेचा जा रहा है। इनकी डिब्बी जिसकी एमआरपी 100 रुपये (प्रति नग) के करीब है, सीधे 200 रुपये में बेची जा रही है। हद तो यह है कि महज 6 रुपये में मिलने वाला गुड़ाखू का छोटा डिब्बा 20 से 25 रुपये और 20 रुपये में मिलने वाला बड़ा डिब्बा 80 रुपये में बेचा जा रहा है और लोग खरीद भी रहे हैं। इसी तरह तीन रुपये का भारत छाप तंबाकू की एक पुड़िया 10 से 15 रुपये में बिक रही है। यही हाल सिगरेट का है। आमतौर पर 7 व 13 रुपये में बिकने वाली सिगरेट दोगुनी कीमत पर मिल रही है।
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छापे में सात बोरी जर्दा गुटखा जब्त
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने मंगलवार को हीरापुर क्षेत्र स्थित जैन किराना स्टोर्स में छापा मारा। वहां भारी मात्रा में प्रतिबंधित गुटखा मिला। विभाग के उप संचालक बेनी राम साहू ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम ने मुखबिर की सूचना पर दबिश दी तो प्रतिबंधित जर्दा गुटखा बेचना और भंडारण करना पाया गया। खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत प्रतिबंधित गुटखा का नमूना लेकर करीब 7 बोरी गुटखा जब्त किया गया। प्रकरण की समीक्षा कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।