रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Compassionate Appointment: दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ ने अपनी मांगों को लेकर बूढ़ा पारा धरना स्थल में अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठ गए। बुधवार को रात में मोबाइल टार्च, कैंडल लेकर बैठे रहे। संघ की प्रमुख मांग है कि दिवंगत शिक्षकों के स्वजनों को अनुकम्पा नौकरी दी जाए। शालेय शिक्षक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने मृत शिक्षकों के स्वजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने के लिए अपने जनघोषणा पत्र में शामिल किया है।
मगर, दुर्भाग्य है कि ढाई साल होने के बाद इस दिशा में सरकार कोई पहल नहीं किया जा रहा है। अभी 1000 हजार से अधिक परिवार को अनुकंपा नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। मृत शिक्षक के स्वजन अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर दर-दर भटकाने को मजबूर है। फिर भी सरकार मांगों को अनसुना कर रही है। धरना स्थल में सैकड़ों लोग उपस्थित है।
बारिश होने से बढ़ी दिक्कतें
इधर, प्रदर्शनकारियों ने बताया कि हमारी मांग को जब तक सरकार संज्ञान में नहीं लेगी, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में जिला प्रशासन के अधिकारी जरूर पहुंचे। उनका कहना था बारिश हो रही है। आप लोग प्रदर्शन को समाप्त करों। वहीं प्रदर्शनकारियों बारिश के बीच अपनी मांग को मनवाने के लिए आड़े हुए है।
महंगाई भत्ते समेत अन्य मुद्दों को लेकर शालेय शिक्षक संघ धरना प्रदर्शन 28 को
उधर, शालेय शिक्षक संघ 28 जुलाई को महंगाई भत्ता सहित अन्य मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में एक दिवसीय धरना देते हुए सभी जिला मुख्यालयों में मुख्यंमत्री के नाम कलेक्टरों को ज्ञापन सौपेंगे। यह निर्णय संगठन की प्रांतीय वर्चुअल बैठक में लिया गया है। शालेय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि कोविड की शुरुवात से ही शासन ने महंगाई भत्ते पर रोक लगाए हुए है।
अब केंद्र सरकार के महंगाई भत्ते को 28 फीसद करने की घोषणा के बाद से ही राज्य के कर्मचारियों को आस बंधी थी कि राज्य शासन भी सभी लंबित महंगाई भत्तों को देने की घोषणा करेगी। मगर, मंत्री परिषद की बैठक में इस संबंध किसी भी प्रकार का निर्णय नहीं लेने से राज्य के सभी कर्मचारी अधिकारी आक्रोशित हैं।