By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Tue, 27 Sep 2022 10:53:20 AM (IST)
Updated Date: Tue, 27 Sep 2022 10:53:20 AM (IST)
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। World Tourism Day 2022: विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर मनाया जाता है। प्राकृतिक रूप से संपन्न् छत्तीसगढ़ के अनेक पर्यटन केंद्रों ने देशभर में खास पहचान बनाई है। केंद्र सरकार की प्रसाद योजना के तहत डोंगरगढ़ के बम्लेश्वरी मंदिर और रतनपुर के महामाया मंदिर को शामिल किए जाने से ये दोनों धार्मिक केंद्र भी पर्यटन क्षेत्र के रूप में भी विकसित होने लगे हैं। इसके अलावा ईको टूरिज्म में कोडार और युवाओं के ट्रैकिंग करने के लिए शिशुपाल पर्वत भी आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं।
कोडार जलाशय
पांचवी से आठवीं शताब्दी के मध्य सिरपुर, दक्षिण कोसल की राजधानी थी। इसके विकास के लिए 213.43 लाख के कार्यों की घोषणा की गई है। इनमें 25 लाख रुपये से भव्य स्वागत गेट का निर्माण, 73.15 लाख रुपये से चार तालाबों का सौंदर्यीकरण, 45.28 लाख रुपये से पांच सुन्दर कौशल्या उपवन निर्माण, 31 लाख रुपये से कोडार जलाशय-पर्यटन (टैटिंग व बोटिंग) की व्यवस्था है। चार टैंट लगे हैं।
शिशुपाल पर्वत
महासमुंद जिले के सरायपाली स्थित शिशुपाल पर्वत पर्यटकों की ट्रैकिंग का नया प्वाइंट बन गया है। इसी पहाड़ के ऊपर राजा शिशुपाल का महल हुआ करता था। महल को जब अंग्रेजों ने घेर लिया, तब राजा ने अपने घोड़े की आंख पर पट्टी बांधकर पहाड़ से छलांग लगा दी थी। इसी कारण इस पहाड़ को शिशुपाल पर्वत और यहां के झरने को घोड़ाधार जलप्रपात कहा जाता है। ये राजधानी रायपुर से करीब 157 किमी की दूरी पर और सरायपाली से 30 किमी की दूरी पर स्थित है।
प्रमुख पर्यटन केंद्र
देश दर्शन योजना के तहत आदिवासी एवं जनजातीय संस्कृति से पर्यटकों को परिचित कराने के लिए आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों को शामिल किया गया है। इसमें जशपुर, कुनकुरी, मैनपाट, कमलेश्वरपुर, महेशपुर, कुरदर, सरोधा दादर, गंगरेल, नथियानवागांव, कोण्डागांव, जगदलपुर, चित्रकोट, तीरथगढ़ पर्यटन स्थल शामिल हैं। यहां जाने पर पर्यटक, यहां के स्थानीय परिवेश में रहने एवं यहां की आदिवासी संस्कृति को करीब से जानने का अनुभव एवं आनंद प्राप्त कर सकेंगे। लामनी पार्क (जगदलपुर) में कैफेटेरिया, गंगरेल में बोटिंग, खूंटाघाट में स्थित आईलैंड पर ग्लास रेस्टोरेंट एवं डैम के किनारे पर्यटक काटेजेस बनेगा। चित्रकोट बस्तर में दंडासी रिसार्ट, बिलासपुर जिले में कुरदुर हिल वेली रिसार्ट, चिल्फी घाटी में बैगा रिसार्ट, बार नवापारा में हरेली इको रिसार्ट, धनकुल में इको एथलीट रिसार्ट आदि आकर्षण का केंद्र है।
प्रसादम योजना
केंद्र सरकार की प्रसादम योजना में 43.33 करोड़ की लागत से मां बम्लेश्वरी पहाड़ी में श्रद्धालुओं के लिए, शेड, रेलिंग, पेयजल, शौचालय, मेडिकल रूम, सौंदर्यीकरण के साथ 9.5 एकड़ में श्रीयंत्र जैसा पर्यटक सुविधा केंद्र उपलब्ध कराया जाएगा।
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की जनसंपर्क अधिकारी अनुराधा दुबे ने कहा, पूरे छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर अलग-अलग जिलों में पर्यटकों की सुविधा में विस्तार करने के लिए मोटल्स और रिसोर्ट की व्यवस्था की गई है। महासमुंद जिले के सिरपुर को राष्ट्रीय, अंतरर्राष्ट्रीय हेरिटेज के रूप में विकसित करने किया जा रहा है। सिरपुर शिव, वैष्णव, बौद्ध धर्मों का प्रमुख केंद्र भी है। सिरपुर को डोंगरगढ़ और मैनपाट के टूरिज्म सर्किट से जोड़ने की पहल शुरू कर दी गई है।