रायपुर। राज्य ब्यूरो। Chhattisgarh Election 2023: कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में विधानसभा चुनाव के लिए बनी छह कमेटियों की बैठक हुई। अनुशासन समिति की बैठक में तय किया गया कि पार्टी विरोधी टिप्पणी करने वाले नेताओं के खिलाफ सख्ती से पेश आया जाएगा। हाल ही में प्रदेश संगठन ने कांग्रेस नेता नागभूषण राव को नोटिस जारी किया था। नोटिस के बाद भी राव नहीं माने और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ टिप्पणी करते रहे, जिसे देखते हुए दोबारा नोटिस जारी किया गया है।
प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने कहा कि हमारी कमेटी बनी हुई है। सभी समितियां अपना-अपना काम कर रही हैं। आने वाले समय में सभी समितियों का काम बढ़ेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि चुनाव समिति की एक दौर की बैठक हुई है।
शनिवार को एक बार फिर प्रदेश चुनाव समिति की बैठक होगी। पाटन में भाजपा नेताओं की परिवर्तन यात्रा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह के आने की घोषणा हुई। उनका दौरा बार-बार रद हो जा रहा है। फिर यह बताया गया कि केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी आएंगी और रात्रि विश्राम करेंगी। वह भी नहीं आईं। अब रघुवर दास से काम चलाना पड़ रहा है।
कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि भाजपा हमारी चिंता ना करे, अपना घर संभाले। ना उनके पास नेता है, न नीति है और न हीं कैंडिडेट है। सैलजा ने तंज कसते हुए कहा कि उनकी पहली सूची ही देख लीजिए। आगे-आगे देखिए भाजपा में क्या होने वाला है।
महिला आरक्षण पर सैलजा ने कहा कि देश के हर नागरिक के मन में और महिलाओं के मन में सवाल है कि आज बिल लाने की क्या जरूरत पड़ी। विशेष सत्र बुलाया और सत्र के बारे में अनेकों भ्रांतियां फैली।जुमलेबाजों की पार्टी है, हर चीज में जुमलेबाजी करते हैं। पांच राज्यों के चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव है। कांग्रेस पहले से कह रही है कि भाजपा देश की महिलाओं को धोखा दे रही है।
समय आने पर हो जाएगी कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा
पितृ पक्ष से पहले भाजपा की दूसरी सूची जारी होने पर सैलजा ने कहा कि हमारे लिए हर दिन शुभ है। चुनाव की प्रक्रिया है, सही समय में लिस्ट जारी कर दी जाएगी। सूची पहले निकालने की हमारी इच्छा थी, कई कार्यक्रम इस बीच में आए। चर्चा अभी भी चल रही है, समय आने पर घोषणा हो जाएगी।
महंगाई से ध्यान भटकाने महिला बिल का ड्रामा
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आइएनडीआइए गठबंधन की बैठक के बाद मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए संसद सत्र बुलाया गया और महिला आरक्षण बिल का ड्रामा किया गया। पहले प्रचार किया गया कि विशेष सत्र में वन नेशन, वन इलेक्शन की बात होगी। भाजपा की मंशा इस बिल का लागू करने की नहीं है। जो अगली सरकार आएगी, वह जनगणना कराएगी। उसके बाद परिसीमन होगा, फिर तय होगा।