रायपुर। Student Demand: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और आइसीएसई की 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद होने के बाद राजधानी रायपुर के परीक्षार्थियों की धड़कनें बढ़ गई हैं। जो बच्चे 10वीं में मेधावी रहे हैं वह 12वीं के परीक्षा के रिजल्ट को 10वीं के आधार पर जारी करने की मांग कर रहे हैं। नईदुनिया ने कुछ बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों ने बातचीत की तो उनके मत सामने आए हैं।
बता दें कि 12वीं कोविड-19 महामारी के चलते 10वीं के बाद सीबीएसई बोर्ड 12वीं कक्षा की परीक्षाओं को भी रद कर दिया गया है। बताया जाता है कि 10वीं की तरह की 12वीं के रिजल्ट बनाने की तैयारी है। सीबीएसई 12वीं में प्रदेश से करीब 37 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए हैं, इनमें अकेले रायपुर से 15 हजार हैं।
इसी तरह आइसीएसई में चार हजार परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। 10वीं के छात्रों का रिजल्ट इंटरनल असेसमेंट के माध्यम से तैयार किया जा रहा है। छात्रों के स्कूलों में दिए गए इंटरनल असेसमेंट में प्राप्त अंकों के आधार पर नंबर दिए जाएंगे। जो छात्र अपने नंबरों से खुश नहीं होंगे, उन्हें बोर्ड एक और मौका देगा।
20 और 80 का फॉर्मूला
सीबीएसई द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार 10वीं के छात्रों को हर विषय के लिए ज्यादा से ज्यादा 100 अंकों का मूल्यांकन किया जाएगा। इसमें 20 अंक इंटर्नल असेसमेंट मौजूदा पॉलिसी के आधार पर होगा जबकि बाकी बचे 80 नंबर नए तरीके से तैयार की गई पॉलिसी के आधार पर मिलेंगे।
परीक्षार्थियों की जुबानी...
मानसिक तनाव हुआ दूर
'कोरोना के कारण हम लगातार मानसिक तनाव में थे। हम परीक्षा की पूरी तैयारी में थे। परीक्षा रद होने से कम से कम आगे का प्लान कर सकते हैं, पर कालेज में दाखिले के लिए क्या आधार होगा इसको लेकर चिंता हो रही है।' - समृद्धि अग्रवाल, 12वीं कामर्स , केपीएस रायपुर
10वीं और 11वीं के मानक हों परिणाम के आधार
'न तो स्कूलों और न ही बच्चों को आनलाइन परीक्षा और कक्षाओं का कोई अनुभव था, साथ ही बच्चे अपनी परीक्षा के भविष्य को लेकर मानसिक रूप से अस्थिर थे। इसलिए मूल्यांकन 10वीं और 11वीं के मानक परिणामों पर किया जाना चाहिए।' - रिद्धी अग्रवाल, 12वीं कामर्स, डीपीएस रायपुर
10वीं के आधार से बने परिणाम
'लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए सरकार ने अच्छा फैसला लिया है पर 12वीं का परीक्षा का रिजल्ट अब 10वीं के मेधावियों और अन्य बच्चों के आधार पर बनना चाहिए।' - देव मुखर्जी, 12वीं गणित , केपीएस रायपुर
निष्पक्ष रिजल्ट आना चाहिए
'परीक्षा रद होने का निर्णय लगभग अनुमानित था। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर यह निर्णय लिया गया जो की उचित है। लेकिन ऐसा लग रहा है पिछले दो साल की मेहनत व्यर्थ हो गई। स्थिति लगभग सामान्य होने पर महत्वपूर्ण विषयो के पेपर लिए जा सकते थे। इंटरनल असेसमेंट के आधार पर ही निष्पक्ष रिजल्ट तैयार किया जाना चाहिए।' - दिवा, 12वीं गणित , केपीएस रायपुर
इसलिए 10वीं- 11वीं बने आधार
'कक्षा 12वीं के अंकों का मूल्यांकन कक्षा 10वीं और 11वीं के औसत के आधार पर किया जाना चाहिए । क्योंकि कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन सीबीएसई द्वारा किया गया था और कक्षा 11वीं के विषय चयनित स्ट्रीम के हैं।- सिद्धि अग्रवाल, 12वीं कामर्स, डीपीएस रायपुर