रायपुर। ट्रेनों में जनरल टिकट लेकर सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे बोर्ड ने एप से टिकट बुक करने की सुविधा दी है। यात्रियों को टिकट लेने के लिए काउंटर पर लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी। यूटीएस मोबाइल एप से रेलवे स्टेशन के 20 किलोमीटर के दायरे से जनरल टिकट बुक किया जा सकेगा। इससे पहले यह दायरा पांच किलोमीटर तक ही था। इस एप से मोबाइल के जरिए किसी भी ट्रेन का जनरल, प्लेटफार्म टिकट के अलावा एमएसटी भी बुक किया जा सकेगा।
रायपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि जनरल टिकट के लिए काउंटरों पर लगने वाली कतारों से यात्रियों को निजात दिलाने के लिए रेलवे बोर्ड ने एप की सुविधा उपलब्ध कराई है। आनलाइन टिकट बुकिंग को बढ़ावा देने से कैशलेस प्रणाली को भी बढ़ावा मिलेगा। घर बैठे यात्री अनारक्षित टिकट बुकिंग के लिए यूटीएस मोबाइल एप की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। पहले सीमित दायरे के कारण यात्री इस योजना का पूरी तरह से फायदा नहीं ले पा रहे थे। रायपुर रेल मंडल के वरिष्ठ प्रचार निरीक्षक शिव प्रसाद ने बताया कि पहले से जो यात्री मोबाइल एप से जनरल टिकट बना रहे हैं, उन्हें इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए दोबारा एप को अपडेट करना होगा। यूएटीएस आन मोबाइल एप डाउनलोड कर यह सुविधा हासिल कर सकते हैं।
एप से ऐसे करें टिकट बुक
यूटीएस एप से टिकट बुक करना बेहद आसान है। जिनके मोबाइल में पहले से यूटीएस एप डाउनलोड है वे उसे अपडेट करके इस्तेमाल करें। अनारक्षित टिकट बुक करने के लिए गूगल प्ले स्टोर, एप्पल स्टोर से यूटीएस मोबाइल एप डाउनलोड करने के बाद रजिस्ट्रेशन के लिए साइन अप करें। लागिन आइडी, मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करने के बाद मैसेज से प्राप्त चार अंकों के पासवर्ड का उपयोग करे। टिकटों के प्रकार, यात्रा टिकट, सीजन टिकट, प्लेटफार्म टिकट और यात्रियों की संख्या का चयन करें। टिकट की राशि का भुगतान करने के लिए आर वायलेट का उपयोग करें। आर वायलेट को डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, यूपीआइ या यूटीएस काउंटर द्वारा रिचार्ज किया जा सकता है। आर वायलेट के अलावा डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, यूपीआइ द्वारा भी राशि का भुगतान किया जा सकता है।
50 हजार यात्री रोज करते है आना-जाना
रायपुर रेलवे स्टेशन से रोजाना करीब 50 हजार यात्री ट्रेनों के माध्यम से सफर करते हैं। यात्रियों को जनरल टिकट उपलब्ध करवाने के लिए करीब आधा दर्जन टिकट काउंटर बनाए गए हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ चार काउंटर पर ही टिकट बनाए जाते हैं। रेलवे को प्राप्त होने वाला रोजाना का राजस्व भी 20 लाख रुपये के बीच है। त्योहारी सीजन में यह राशि 30 लाख के पार हो जाती है।