विश्वगीता इस्पात ने क्लाउड सर्वर बनाकर की तीन करोड़ की टैक्स चोरी
छत्तीसगढ़ में जीएसटी की चोरी के मामले में सेंट्रल एक्साइज की जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने राजधानी में कार्रवाई शुरू कर दी है।
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Publish Date: Thu, 28 Dec 2017 10:21:40 PM (IST)
Updated Date: Thu, 28 Dec 2017 10:25:44 PM (IST)

रायपुर। छत्तीसगढ़ में जीएसटी की चोरी के मामले में सेंट्रल एक्साइज की जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने राजधानी में कार्रवाई शुरू कर दी है। सेंट्रल एक्साइज ने जीएसटी रिटर्न के बारे में बड़े कारोबारियों से जानकारी मांगी थी।
इसमें दस करोड़ से ज्यादा का टैक्स जमा करने वाले कारोबारियों पर पहले चरण में कार्रवाई शुरू की गई है। जीएसटी इंटेलिजेंस टीम के आला अधिकारियों ने बताया कि टैक्स चोरी के लिए मार्डन तरीके का इस्तेमाल किया जा रहा है। कारोबारी इंटरनेट पर क्लाउड सर्वर में दस्तावेज को छिपाकर और फर्जी कंपनी के माध्यम से चोरी कर रहे हैं। इस मामले में और भी कारोबारियों पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
सेंट्रल एक्साइज के आला अधिकारियों ने बताया कि कारोबारी समूह विश्वगीता इस्पात ने क्लाउड सर्वर बनाकर जीएसटी की चोरी की। डायरेक्टर जनरल आफ जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने बुधवार शाम को कार्रवाई की थी। 15 सदस्यीय टीम डिप्टी डायरेक्टर समीर पांडेय और असिस्टेंट डायरेक्टर नितिन अग्रवाल के नेतृत्व में कार्रवाई की।
अब तक की जांच में तीन करोड़ स्र्पए की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। जीएसटी इंटेलिजेंस के आला अधिकारियों ने बताया कि कारोबारी समूह ने होटल की वेबसाइट के नाम पर एक क्लाउड सर्वर बनाया था। इसके माध्यम से टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है।
क्या है क्लाउड सर्वर
मेल और मोबाइल पर एक अतिरिक्त सर्वर मिलता है, जिसे क्लाउड सर्वर कहते हैं। इसमें डाटा को छिपाकर रखा जाता है। अधिकारियों ने बताया कि विश्वगीता इस्पात के संचालकों के तीन परिसरों पर जांच के दौरान क्लाउड सर्वर की जानकारी मिली। इसमें कारोबारी समूह ने गोपनीय तरीके से दस्तावेज छिपाकर रखे थे। जीएसटी चोरी करने के लिए क्लाउड सर्वर के इस्तेमाल का यह पहला मामला छत्तीसगढ़ में सामने आया है।