रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
युवाओं में फिल्मी हीरो जैसी बॉडी बनाने का क्रेज ऐसा है कि वे जिम में घंटों पसीना बहा रहे हैं। युवा अपने मसल्स को बनाने के लिए शॉर्टकट तरीका अपनाते हुए बाजार या जिम में मिलने वाले प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में उनकी बॉडी तो बन जाती है, लेकिन उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। एक तरफ जहां उनकी हड्डियों में दम नहीं रहता, वहीं दूसरी तरफ अगर युवा बॉडी बिल्डिंग चैंपियन बनने की चाहत रखते हैं तो वे डोपिंग में फंस जाते हैं। वे कई गंभीर बीमारियों के शिकार भी हो जाते हैं। नईदुनिया ने ऐसे पुराने बॉडी बिल्डिर्स से चर्चा की जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर बिना किसी प्रोटीन सप्लीमेंट और पाउडर लिए बिना कई मेडल जीते हैं। साथ ही मसल्स और सिक्स पैक्स बनाए हैं। उनका मामना है कि प्रोटीन पाउडर बेहद खतरनाक है। इस पर रोक लगनी चाहिए। मालूम हो कि रविवार को आजाद चौक थाने में बॉडी बिल्डिंग चैंपियन बनाने के नाम पर प्रोटीन पाउडर और इंजेक्शन देने का मामला सामने आया। इसमें 23 वर्षीय युवक संदीप ठाकुर का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा और वह अभी भी कोमा में है। वहीं दूसरी ओर जिम ट्रेनर सुमितराय चौधरी पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को जेल भेज दिया। मुंबई से प्रोटीन पाउडर और अन्य सामग्री सप्लाई करने वाला नीलेश परमार अभी भी फरार है। मामला गंभीर होने के बाद भी ड्रग विभाग की आंखे अब तक नहीं खुली। बिना लाइसेंस के प्रोटीन पाउडर समित अन्य सामान बेचा जा रहा।
प्रोटीन पाउडर के साइड इफेक्ट
जिम में वर्कआउट के बाद प्रोटीन पाउडर लेने से इंसुलिन में बढ़ोतरी होती है, इस तरह नियमित रूप से इंसुलिन में होने वाली यह बढ़ोतरी आगे जाकर सेहत को नुकसान पहुंचाती है।
- जिम जाने वाले ऐसे युवा जो प्रोटीन लेते हैं वह मसल्स बनाने में तो सहायक होता है, लेकिन इसे जिस प्रकार से तैयार किया जाता है, वो शरीर को नुकसान ज्यादा पहुंचाता है।
- ऐसे प्रोटीन जैसे पाउडर्स में कई तरह के हार्मोंस और बायोएक्टिव पेपटिड्स होते हैं, जिन्हें लेने पर सीबम निर्माण बढ़ जाता है। प्रोटीन सप्लिमेंट लेने से मुंहासों की समस्या भी बढ़ सकती है।
- इस तरह के प्रोटीन पाउडर लेने से शरीर में न्यूट्रिशन का असंतुलन हो सकता है। प्राकृतिक प्रोटीन जैसे अंडे, दूध और मीट लेने से ऐसा होने की संभावना कम होती है।
- प्रोटीन पाउडर लेने से सरदर्द, चक्कर आना, कब्ज और मासपेशियों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
- स्टेरॉयड मिला पाउडर कृत्रिम रूप से मांसपेशियों के विकास में मदद करता है। स्टेरॉयड के सेवन से हृदय, लीवर का आकार बढ़ सकता है। ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत होने लगती है जिससे हृदय और किडनी दोनों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
बिना किसी प्रोटीन पाउडर के इन्होंने ने बनाई पहचान
- छत्तीसगढ़ रायपुर के बॉडी बिल्डिंग संघ के मानिक ताम्रकार ने बिना किसी प्रोटीन पाउडर का उपयोग किए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। उन्होंने बताया कि वे जिम जाते थे चना, दूध, घी, सोयाबीन, नॉनवेज के जरिए बॉडी बनाई, जिससे अब तक उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा। लेकिन अब जिमों में युवाओं को बॉडी बनाने के लिए प्रोटीन पाउडर परोसा जा रहा। युवाओं को लालच देकर और हीरो जैसी बॉडी बनाने की बात कहकर प्रोटीन पाउडर दिया जा रहा।
रोक लगनी चाहिए
छत्तीसगढ़ प्रदेश बॉडी बिल्डिंग एसोसिएशन के महासिचव अरविंद सिंह ने कहा कि युवाओं के शरीर के साथ खिलवाड़ किया जा रहा। करोड़ों का व्यापार केवल छत्तीसगढ़ के चल रहा। प्रोटीन पाउडर पर रोक लगनी चाहिए। इस ओर ड्रग विभाग का कोई ध्यान नहीं है। बिना लाइसेंस के धड़ल्ले से प्रोटीन पाउडर बिक रहा।