नईदुनिया प्रतिनिधि, राजनांदगांव। प्रसूता की मौत का जिम्मेदार अस्पताल को ठहराते हुए स्वजनों ने जमकर हंगामा बरपाया। स्वजनों का आरोप है कि कृष्णा अस्पताल के चिकित्सकों ने उपचार में लापरवाही की। बगैर मामले को समझे उन्होंने गर्भवती की ऑपरेशन से डिलीवरी कर दी जिसके बाद महिला का ब्रेन डेड हो गया।
अस्पताल ने ऑपरेशन के आधो घंटे बाद ही उसे रेफर कर दिया। चार दिनों तक दूसरे अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखे जाने के बाद शुक्रवार को तड़के उसने दम तोड़ दिया। मौत के बाद स्वजन महिला का शव लेकर कृष्णा अस्पताल पहुंचे और यहां सामने ही नेशनल हाइवे पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया।
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पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें हटाया। इस दौरान प्रबंधन पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने महिला के पति से पहले ही कोरे कागज पर दस्तखत ले लिए। हंगामे के दौरान कांग्रेस नेता निखिल द्विवेदी भी मौके पर पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों और अस्पताल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई। करीब पांच घंटे के प्रदर्शन के बाद मामला शांत हुआ।