राजनांदगांव। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित किए गए स्वास्थ्य मेले में जन स्वास्थ्य सुरक्षा की व्यापक पहल की गई। इस दौरान चिकित्सकों ने हर मरीज का हाल पूछा और उन्हें राहत के उपाय बताए। आमजन को एक ही स्थान पर त्वरित स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाए तथा इलाज कराने में असुविधा न हो, इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग-अलग बीमारियों से संबंधित स्टाल लगाए गए। पांच दिवसीय इस मेले में 10 हजार से अधिक मरीजों का उपचार किया गया।
जिले में 18 से 22 अप्रैल के मध्य विकासखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित शिविर में गर्भवती व शिशुवती जांच, नवजात शिशु की जांच, किशोर व किशोरियों का स्वास्थ्य परीक्षण, सिकलिंग जांच, हिमोग्लोबिन जांच, ब्लड प्रेशर की जांच, शुगर जांच, आयुर्वेदिक दवा वितरण, परिवार नियोजन, कुपोषण बच्चों की जांच, मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत काउंसलिंग योगा जुंबा, मेडिटेशन आदि सुविधाओं के साथ-साथ हेल्थ आईडी कार्ड निर्माण एवं आयुष्मान कार्ड वितरण भी किया गया। इस पूरे आयोजन में विशेषज्ञ चिकित्सक, मेडिकल आफिसर, दंत चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, कंप्यूटर ऑपरेटर, जूनियर सेक्रेटेरियल असिस्टेंट व ग्रामीण स्वास्थ्य योजना कर्मी समेत समस्त मैदानी अमलों का विशेष योगदान रहा।
शिविर में आए मरीजों को दवाई वितरण, निरंतर फॉलो अप एवं स्वास्थ्य शिक्षा तथा परामर्श भी किया गया। प्रतिदिन शिविर समाप्ति पश्चात विकासखंड स्वास्थ्य मेले का प्रतिवेदन आयुष्मान पोर्टल में भी अपलोड किया गया है। स्वास्थ्य शिविर में ई-संजीवनी टेलीकंसल्टेशन का भी उपयोग किया गया, जिससे मरीज को टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सक एवं चिकित्सा अधिकारियों से सीधे परामर्श का लाभ मिला।
आवश्यक नियमों के पालन पर जोरः स्वास्थ्य मेले में लू से बचने के उपाय बताए गए तथा कोविड.19 के नए वैरिएंट एक्स ई से बचाव हेतु कोविड.19 प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की गई। मेले में आवश्यकतानुसार लोगों को वॉकर स्टिक एवं वॉकर भी प्रदान किया गया। साथ ही साथ दंत चिकित्सकों की उपस्थिति में डेंटल ओपीडी एवं इलाज भी किया गया तथा दांतों की साफ सफाई एवं मुख स्वास्थ्य के बारे में लोगों को स्वास्थ्य शिक्षा भी दी गई।