डोंगरगढ़। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित शासकीय होमियोपैथी औषधालय में में डा.आलोक कलचुरी द्वारा सियान जतन क्लीनिक के अंतर्गत बुजुर्गों के लिए विशेष ओपीडी का संचालन किया जा रहा है। जिसमें बुजुर्गों को परीक्षण के उपरांत वात पेट रोग, मूत्र रोग, चर्म रोग, शुगर रोग, हार्ट रोग आदि के लिये होमियोपैथी पद्धतियों से निश्शुल्क उपचार सुविधा दी जा रही है। जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान की गई। साथ ही बदलते हुए मौसम को ध्यान में रखते हुए इस परिवेश में अपने आप को समालकर व सहेज कर रखने के बात कहीं। उन्होंने बताया कि गर्मी अधिक है। जिससे लू से बचने के उपाय, होमियोपैथी रसायन चिकित्सा के विषय में बताया स्मृति के स्तर पर, मनोवैज्ञानिक स्तर पर,तंत्रिका तंत्र, उदर गठिया वात,दृष्टि संबंधित एवं अन्य मूत्र विकार आदि के जुड़ी परेशानियों के बारे में बारे में बताएं। उन्होंने यह भी कहा कि इस उम्र में इस तरह की दिक्कतें जन्म लेना स्वभाविक है जानकारी के अभाव में बुजूर्ग बहुत अधिक परेशान हो जाते हैं। जबकि इस अवस्था में बुजुर्गों से संवाद की अभाव के चलते ऐसा होता है हमें इस अवस्था में बुजुर्गों से संवाद करने की जरूरत है। इसके अभाव में उन्हें मानसिक रोग उत्पन्ना होने का कारक भी बनता है।
50 के बाद विशेष ध्यान रखने की जरुरतः कलचुरी ने बताया कि 50 साल के ऊपर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए होमियोपैथी में उल्लिखित अनेक रसायन औषधियों का उपयोग, सही आहार विहार,मानसिक शांति,वृद्धावस्था के कारण होने वाले दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस अवस्था में बदलते हुए मौसम तथा परिवेश में खासकर बुजुर्गों को संतुलित आहार लेना चाहिए। रूचि के अनुसार मनोरंजन तथा सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। साथ ही नियमित रूप से अपनी शक्ति के अनुरूप व्याम करनी चाहिए। जितना हो सके अपने स्तर पर छोटे-मोटे घर के काम करने चाहिए। जिससे कि शारीरिक गतिविधियां बनी रहे। कुल मिलाकर इस अवस्था में शारीरिक कार्म हिनता से बचना चाहिए। कलचुरी ने आने-वाले जुलाई के प्रथम गुरुवार को विशेष ओपीडी सियान जतन क्लीनिक में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर स्वास्थ लाभ लेने कि बात कही है।