Rajnandgaon Election Result 2023: पूर्व सीएम रमन सिंह ने बनाया रिकार्ड, 45 हजार से जीते, इन सीटों को बचाने में कामयाब हुई कांग्रेस
Rajnandgaon Election Result 2023: राजनांदगांव में साल 2018 के चुनाव के परिणाम की बात करें तो यहां से डा. रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस की
By Navodit Saktawat
Edited By: Navodit Saktawat
Publish Date: Sun, 03 Dec 2023 01:00:16 PM (IST)
Updated Date: Sun, 03 Dec 2023 07:56:44 PM (IST)

राजनांदगांव (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Rajnandgaon Election Result 2023: पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने राजनांदगांव विधानसभा सीट पर रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की है। सारे अटकलों पर विराम लगाते हुए उन्होंने कांग्रेस के गिरीश देवांगन को 45 हजार 84 मतों के अंतर से हराकर यहां से लगातार चौथी बार जीत दर्ज की।
इस बार उन्हें प्राप्त मतों का आंकड़ा 61.37 प्रतिशत रहा। इसके पहले के तीन चुनावों (2008-2018) में क्रमश: 32 हजार, 36 हजार व 16 हजार से अधिक मतों से विजयी हासिल की थी। क्षेत्र में कुल दो लाख 11 हजार 468 मतदाताओं में से एक लाख 67 हजार 316 ने मतदान किया।
2018 में डा. रमन सिंह 80 हजार 589 वोट पाकर विधायक बने थे
मतदान का प्रतिशत 79.12 है। इसमें 61.33 प्रतिशत मतों के साथ डा. रमन ने 45 हजार 84 वोटों से जीत दर्ज की है। उन्हें एक लाख दो हजार 499 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के गिरीश देवांगन के पक्ष में 57 हजार 415 मत पड़े। वर्ष 2018 में डा. रमन सिंह 80 हजार 589 वोट पाकर विधायक चुने गए थे।
उदय मुदलियार को 44 हजार 841 वोट मिले थे
कांग्रेस की करुणा शुक्ला को 63 हजार 656 वोट मिले थे। डा. रमन की जीत का अंतर 16 हजार 933 मतों का था। उस चुनाव में कुल एक लाख 48 हजार 630 मतदाताओं ने वोट किया था। मतदान का प्रतिशत 82.43 प्रतिशत था। रमन के पक्ष में 58.40 प्रतिशत वोट पड़े थे, जबकि कांग्रेस को 34.27 प्रतिशत मत मिले थे।
2008 में डा. रमन सिंह 77 हजार 230 वोट पाकर जीते थे। तब कांग्रेस के उदय मुदलियार को 44 हजार 841 वोट मिले थे।
रमन की जीत का अंतर 32 हजार 389 का था। वर्ष 2013 में राजनांदगांव से दूसरी बार चुनाव मैदान में उतरे डा. रमन सिंह को तब 86 हजार 797 वोट मिले थे। प्रतिद्वंद्वी रहीं अल्का उदय मुदलियार के पक्ष में 50 हजार 931 मत पड़े थे। निर्णय 35 हजार 866 मतों के अंतर से हुआ था।
एक बार भी नहीं मिली बढ़त
राजनांदगांव सीट पर कुल 16 चक्रों में गणना पूरी हुई। हर दौर में डा. रमन को ही बढ़त मिली। एक भी चक्र ऐसा नहीं रहा जिसमें कांग्रेस आगे निकलती। ही कारण है कि डा. रमन सिंह की जीत का अंतर 1562 से शुरू होकर 45 हजार से अधिक पर जा पहुंचा। इतना ही नहीं कांग्रेस को गिनती के ही बूथों में बढ़त मिली। अधिकांश बूथों पर भाजपा भारी पड़ी।
राजनांदगांव सीट में कुल 223 बूथ हैं। इनमें से 100 गांव व 123 शहरी क्षेत्र में हैं। लगभग 71 हजार वोट गांवों में डले थे। शहर के आउटर वार्डों व उससे लगे ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान लगभग 65 हजार हुआ था। बीच शहर में 30 हजार ने मतदान किया है। माना जा रहा था कि पहले दो चक्रों की गिनती में ग्रामीण क्षेत्र से कांग्रेस बढ़ते ले सकती है, लेकिन सुकुल दैहान से लेकर नया ढाबा तक दो चक्रों की गणना में ही कांग्रेस पिछड़ गई। उसके बाद शहरी बूथों में भाजपा की बढ़ता का आंकड़ा और तेज हो गया।
कांग्रेस को उसके बाद ग्रामीण क्षेत्र के बूथों में लीड का आस बनी रही। लेकिन वहां भी ऐसा नहीं हुआ। अंतिम दौर की गणना में अंजोरा, टेड़ेसरा, सोमनी, ईरा व अन्य गांवों के मत शामिल थे। कांग्रेस को वहां भी निराशा हाथ लगी इस तरह भाजपा ने पहले दौर से जो बढ़त बनाई, वह अंतिम चक्र तक बरकरार रही।