नईदुनिया प्रतिनिधि, राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमाओं पर लंबे समय से सक्रिय माओवादी अंकल उर्फ मन्नू पल्लो (28) को गढ़चिरौली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह बारुदी सुरंग विस्फोट में 15 जवानों की हत्या के मामले में शामिल रहा है। यह गिरफ्तारी 27 जून को की गई। उसे गढ़चिरौली के नई स्थापित पोस्ट कवंडे के करीब जंगल क्षेत्र से राइफल के साथ सीआरपीएफ ने गिरफ्तार किया। आरोपित पर कई जिलों में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह 2020 से अपनी पहचान छिपा कर बचता फिर रहा था। पुलिस ने बताया कि, वह सुरक्षाबलों की टोह ले रहा था। उस पर छह लाख का इनाम घोषित था।
गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ है कि अंकल उर्फ मन्नू ने सुरक्षा बलों से बचने के लिए 2020 से लगातार गढ़चिरौली के गहरे जंगलों में छिपकर रहना शुरू कर दिया था। बीते कुछ वर्षों में वह कई बार एनकाउंटर में बाल-बाल बच चुका था। आरोपी पर 2012 से लेकर 2020 तक माओवाद गतिविधियों में शामिल होने, हिंसक घटनाएं करने और संगठन को मजबूत करने के आरोप हैं। वह वर्ष 2020 में हुई पेरमिली मुठभेड़, 2021 के कोरची हमले समेत कई मामलों में संलिप्त रहा है। पुलिस के मुताबिक, वह लंबे समय से संगठन में सक्रिय रहकर रणनीतिक भूमिकाएं निभा रहा था।
गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब उससे गहन पूछताछ कर संगठन की वर्तमान स्थिति और अन्य नक्सलियों की जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है। गढ़चिरौली पुलिस बल ने माओवादी विरोधी अभियान के बीच जनवरी 2022 से अब तक कुल 104 माओवादियों को गिरफ्तार किया है।
तीन मुठभेड़ और दो हत्या के मामले शामिल
पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि, उक्त माओवादी 01 मई 2019 को जांभुलखेड़ा जंगल क्षेत्र में हुए बारूदी सुरंग विस्फोट में 15 पुलिस कर्मियों की हत्या में सक्रिय रूप से शामिल था। उसे 29 मार्च 2021 को मौजा खोबरामेढ़ा के वन क्षेत्र में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ के सिलसिले में उसे गिरफ्तार किया गया था। वह सात दिनों की पुलिस हिरासत में भी रहा था। उस पर अब तक पांच मामले दर्ज हैं, जिनमें तीन मुठभेड़ और दो हत्या के मामले शामिल हैं।
लगातार जारी है माओवाद पर प्रहार