नईदुनिया प्रतिनिधि, राजनांदगांव। Rajnandgaon News: बेटे से मिलने दुर्ग जाने निकली मां मुंबई पहुंच गई थी, जिसे पांच दिन बाद पुलिस ने स्वजनों को सौंपा। जिले के डोंगरगढ़ से लगे ग्राम गाजमर्रा में रहने वाली शारदा बाई वर्मा (40) बीते 30 अप्रैल से लापता हो गई थी।
इसकी शिकायत मिलने पर पुलिस ने महिला की खोजबीन शुरू की, जिसमें घर वालों ने बताया कि शारदा अपने बेटे से मिलने के लिए दुर्ग जाने निकली थीं, लेकिन वहां पहुंची ही नहीं। पता तलाश में महिला के मुंबई में होने की खबर पुलिस को मिली, जिसके बाद पुलिस ने महिला हेल्प लाइन व सखी सेंटर की मदद से रविवार को शारदा बाई को उनके स्वजनों से मिलाया। पुलिस ने जब उससे पूछा तो शारदा ने मुंबई पहुंचने की कहानी बताई।
शारदा ने बताया कि वो 30 अप्रैल को अपने बेटे से मिलने के लिए दुर्ग जाने निकली थी। डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन में वो दुर्ग की जगह मुंबई रूट की ट्रेन में धोखे से बैठ गई। ट्रेन में बैठने के कुछ देर बाद उसे नींद आई तो वह सो गई और जब नींद खुली तो वो बहुत दूर पहुंच गई थी।
ट्रेन जब मुंबई पहुंची तो उसने कुछ युवकों से जानकारी ली, जिस पर उसे मुंबई पहुंचने की जानकारी हुई। इसके बाद शारदा ने एक व्यक्ति की मदद से मोबाइल फोन पर अपने घरवालों को जानकारी दी। इसी सूचना पर पुलिस तकनीकी सहायता व महिला हेल्प लाइन की मदद से शारदा बाई को मुंबई से डोंगरगढ़ लेकर आई।