नईदुनिया प्रतिनिधि, राजनांदगांव। गणेश विसर्जन झांकी के दौरान शहर के अलग-अलग इलाकों में हुड़दंग और अशांति फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। बीते छह-सात सितंबर की दरम्यानी रात शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। इसके बावजूद कुछ असामाजिक तत्वों ने भीड़भाड़ वाले चौक-चौराहों पर हंगामा कर स्थिति बिगाड़ने की कोशिश की। पुलिस ने कार्रवाई कर लगभग 40 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इनमें से दो आरोपितों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुराने बस स्टैंड बजरंग होटल के पास एक युवक को धारदार चाकू के साथ दबोचा गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी कर उदित जगने (20) निवासी मोतीपुर अंबेडकर चौक को पकड़ा। उसके कब्जे से धारदार चाकू बरामद किया गया। इसी तरह थाना बसंतपुर क्षेत्र में भी चाकू लेकर घूम रहे दो युवकों को पकड़ा गया। इनमें कुलेश्वर यादव (24) निवासी बैंगाटोला थाना सोमनी और सैम्यू पिटर (21) निवासी कंचनबाग अटल आवास वार्ड-32 शामिल हैं। दोनों के खिलाफ धारा 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
इधर, झांकी के दौरान अलग-अलग चौक-चौराहों पर हंगामा कर रहे सिटी कोतवाली और बसंतपुर पुलिस ने अलग-अलग 40 लोगों को हिरासत में लिया। इनमें से कुछ समझाईश के बाद भी हुड़दंग मचाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस अधिकरियों ने बताया कि कुछ आरोपित पुलिस कर्मियों से ही उलझ गए और मारपीट पर उतारु हो गए थे। ऐसे में संज्ञेय अपराध की स्थिति को देखते हुए थाना बसंतपुर पुलिस ने धारा 170 बीएनएसएस के तहत गिरफ्तार कर धारा 126, 135(3) बीएनएसएस के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की।
इन आरोपितों में विक्रम सिंह मंडावी (21), निलेश साहू (24), पंकज यादव (22), प्रीतम यादव (26), शिवम रजक (22), शिवम सिन्हा (21), रोशन साहू (20) और महेश उर्फ लाकार मंडावी (29) सहित अन्य शामिल हैं। सभी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से जेल वारंट जारी होने के बाद जिला जेल राजनांदगांव दाखिल किया गया है।
विसर्जन झांकी के आयोजन को देखते हुए एक सप्ताह पहले से ही तैयारियां तेज कर दी गई थी। पुलिस प्रशासन ने यहां 900 जवानों को तैनात किया था। अलग-अलग टीमें बनाकर झांकियों को रूट पर आगे बढ़ाने और असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की तैयारियां की गई थी। शनिवार की रात से ही पुलिस अधीक्षक सहित सभी अधिकारी रास्तों पर मोर्चा संभाले रहे। पूरा बल सारी रात डटा रहा। इस दौरान कईयों पर कार्रवाई की गई। जबकि झांकियों रूट पर कहीं नहीं अटकी और सहजता से आयोजन संपन्न हुआ।