
नईदुनिया न्यूज सुकमा। हिड़मा और राजे की मौत के बाद ग्रामीण अब दबी जुबां से बाकी माओवादियों की चिंता कर रहे हैं। क्योंकि दोनों माओवादियों के मारे जाने और दो महिला माओवादियों के गिरफ्तारी के बाद बाकी बचे हुए माओवादियों को लेकर ग्रामीण कह रहे हैं कि समय रहते आत्मसमर्पण करें अन्यथा मारे जाएंगे। इसमें बारसे देवा के अलावा हुंगा बड़ा माओवादी नेता है।
जिस पेड़ के नीचे प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने हिड़मा और देवा के परिजनों से चर्चा की थी और आत्म समर्पण करने की अपील की थी, उसी पेड़ के नीचे कुछ ग्रामीण आपस में चर्चा कर रहे थे। नाम नहीं छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अभी शेष दस माओवादी संगठन में अभी भी सक्रिय है, जिसमें प्रमुख बारसे देवा और हुंगा है। बारसे देवा जो कि बटालियन का प्रमुख है और हुंगा बासागुड़ा एलओएस कमांडर है।
इसके अलावा छोटे- छोटे और 8 माओवादी संगठन के लिए काम कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जिस तरह हिड़मा और देवा बचपन से ही संगठन का काम कर रहे हैं, ठीक उसी तरह हुंगा भी काम कर रहे हैं। ये तीनों संगठन में जाने के बाद गांव और ग्रामीणों से ज्यादा मुलाकात नहीं की है।
कई साल बीत गए बारसे देवा और हुंगा को देखे, कुछ साल पहले गांव के करीब ग्रामीणों को बुलाया था और कहा था कि सुरक्षाबलों का दबाव ज्यादा बढ़ गया है। अब यहां आने में दिक्कत हो रही है। आप लोग अच्छे से खेती- किसानी का काम करें और गांव का ध्यान रखें। ग्रामीण यह भी मान रहे है कि समय रहते आत्मसमर्पण नहीं कर पाए तो हिड़मा की तरह मारे जाएंगे। उन माओवादियों को लेकर ग्रामीणों में चिंता जरूर है और वो आत्मसमर्पण करने की अपील भी कर रहे है।
19 नवंबर को सीमावर्ती प्रदेश आंध्र प्रदेश में पूवर्ति निवासी दो महिला माओवादियों को गिरफ्तार किया गया। इसमें मड़कम बुज्जी बटालियन हेडक्वाटर सदस्य और दूसरी नुप्पो कोसी पामेंड़ एलओएस प्रमुख हैं। दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेजा गया।