सुकमा। Sukma News: नक्सल भय से जिस सुकमा में जाने में लोग डरते थे, सरकार के विकास कार्य ने वहां की तस्वीर बदल कर रखी दी है, जिससे अब रात में भी लोग निडर होकर यात्रा करते हैं। बीते चार वर्ष में सुकमा में बड़े पैमाने पर विकास कार्य हुए हैं, यह इसका नतीजा है। हमने अंदरुनी क्षेत्रों में सड़कें बनाई, स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाया और नक्सलियों के बंद स्कूलों को खोलकर नक्सलवाद की ओर मुड़ रहे युवाओं को मुख्यधारा में लाने का काम किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बातें रविवार को सुकमा जिले में 300 करोड़ रुपये के विकास कार्याें के लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम के लिए आयोजित जनसभा को राजधानी रायपुर से वर्चुअली संबोधित करते हुए कही।
वर्चुअली 303 करोड़ रुपये के विकास कार्य का लोकार्पण व शिलान्यास
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वे सुकमा में आकर लोगों से मिलना चाहते थे पर खराब मौसम की वजह से वर्चुअली लोगों से जुड़ना पड़ा है। बारिश की वजह से सुकमा नहीं आ सके पर प्रदेश के लिए यह बारिश बहुत जरूरी भी है। दक्षिण भारत से छत्तीसगढ़ प्रवेश करने पर पहली विधानसभा सुकमा जिले का कोंटा है, यहां सबके सहयोग से सुकमा के विकास के लिए योजनाएं बनाई और इसे क्रियान्वित किया। वर्षों बाद यहां बड़ा बदलाव दिखाई दे रहा है। जगरगुंडा जैसे घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में 13 वर्ष बाद नक्सलियों के बंद कराए गए स्कूल को दोबारा शुरू किया है। भेंट मुलाकात में मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा जिले के विकास के लिए जो मांगे रखी थी, उन पर निर्णय लेकर अधोसंरचना की ठोस नींव जिले में रखी गई है। बस्तर फाइटर्स की भर्ती हो या तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए उचित दर। सभी विषय पर हम काम कर रहे हैं।
आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में साढ़े चार साल में प्रदेश में अधोसंरचना विकास के बड़े काम हुए हैं। किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए कर्जमाफी के साथ धान का उचित मूल्य दिया है। प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान भी खरीदने का निर्णय लिया है। सुकमा में इस वर्ष 50 करोड़ 27 लाख रुपए का तेंदूपत्ता संग्रहित हुआ है, जिसका लाभ वनवासियों को मिला है।
बस्तर सांसद दीपक बैज ने अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि, जब भी बस्तर की विकास योजनाओं के लिए बात की है, मुख्यमंत्री ने इसे पूरा किया है। बस्तर में लोगों के चहुमुंखी विकास के लिए बहुत अच्छा काम किया जा रहा है। बस्तर में हो रहे विकास कार्य ने बस्तर को देश-दुनिया के नक्शे में एक विशिष्ट पहचान दी है। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने भी संबोधित किया। कलेक्टर हरीश एस ने विस्तार से लोकार्पण और शिलान्यास कार्यों की जानकारी दी।
303 करोड़ रुपये के विकास कार्य की सौगात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिले को 303.67 करोड़ रूपए की लागत के 131 विकास व निर्माण कार्य की सौगात देते हुए, वर्चुअल लोकार्पण किया। इसमें 63 करोड़ 56 लाख 27 हजार रूपए की लागत वाले 33 विकास कार्य का लोकार्पण, 240 करोड़ 10 लाख 81 हजार रूपये की लागत के 98 विकास व निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं
-जिला मुख्यालय सुकमा में खेल परिसर के साथ उपस्वास्थ्य केन्द्र भेज्जी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र किस्टाराम के लिए भवन की स्वीकृति।
-कोंटा ब्लाक में 28 प्राथमिक शाला भवन का निर्माण, सेंट्रल लाइब्रेरी एवं बालक एवं कन्या के लिए यूथ हास्टल।
-बोडको व मानकापाल में 100 सीटर आश्रम भवन निर्माण की घोषणा।
-वृहद जल प्रदाय योजना छिंदगढ़ का संचालन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से करने।
-सुकमा में बीएड व डीएड कालेज की स्वीकृति की घोषणा।
-सुकमा में बस स्टैण्ड के निर्माण कार्य के लिए छह करोड़ रुपये व दोरनापाल बस स्टैंड के लिए चार करोड़ रूपये की स्वीकृति।
-कुंदनपाल में प्री मैट्रिक बालक छात्रावास, डब्बाकोन्टा में बालक आश्रम भवन, किस्टाराम में नवीन हाईस्कूल की स्वीकृति।