
सुकमा। Naxal in Sukma: राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर पड़ोसी राज्य तेलंगाना में चेट्टी से भद्राचलम के बीच रात 10 से सुबह छह बजे तक सड़क आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है। फिलहाल 27 सितंबर तक यह व्यवस्था लागू रहेगी। कोंटा से चेट्टी की दूरी पांच किलोमीटर है। चेट्टी से भद्राचलम 62 किलोमीटर दूर है। यह पूरा क्षेत्र कभी नक्सली गतिविधियों के लिए चर्चित रहा है। अभी किस कारण से सड़क आवागमन को रोका गया है इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी भी नहीं दे पा रहे हैं।
सामान्य चर्चा में जो कारण पता चला है उसके अनुसार हाल ही में 80 लाख रुपये के इनामी नक्सली संजय दीवक राव को पकड़ा गया है। उससे पूछताछ में मिले इनपुट के आधार पर छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा क्षेत्र अंतर्गत तेलंगाना इलाके में नक्सली गतिविधियां सक्रिय हैं। नक्सली अपने नेता के पकड़े जाने पर कोई बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसी संभावना पर चेट्टी से भ्रदाचलम मार्ग पर आवागमन रोकने की बात कही जा रही है।
नईदुनिया ने पुलिस और प्रशासन के एक दो जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा की तो बताया गया कि मामला तेलंगाना का है। वहां से 10 दिनों तक आवागमन रात में बंद रखने की जानकारी दी गई है। इसके पीछे के कारण नहीं बताए गए हैं।
ज्ञात हो कि चेट्टी से भद्राचलम मार्ग सघन वनक्षेत्र से होकर गुजरता है। डेढ़ दशक पहले तक यहां नक्सली गतिविधियां अधिक होती थी। सुकमा जिले और तेलंगाना के इस सीमा क्षेत्र से नक्सलियों का आना-जाना लगा रहता है। आंध्रप्रदेश और तेलंगाना पुलिस जब-तब नक्सलियों के विरूद्ध संयुक्त कार्रवाई करती रहती है। इन दोनों राज्यों के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ पुलिस भी सूचनाओं के आदान-प्रदान में शामिल होती है।
दस बजे के बाद गाड़ियां खड़ी हो जाती हैं
चेट्टी से भद्राचलम पहुंचने में बड़ी वाहनों को डेढ़ घंटा और छोटी चारपहिया वाहनों को एक से सवा घंटा का समय लगता है। सुकमा की ओर से तेलंगाना के भद्राचलम मार्ग होकर हैदराबाद-विजयवाड़ा के लिए दो दर्जन बसें आती-जाती हैं। रात दस के बजे कोंटा-चेट्टी पहुंचने वाली बस-ट्रकों को रोक दिया जा रहा है। ये गाड़िया रात भी यहीं खड़ी रहने के बाद सुबह छह बजे गंंतव्य के लिए रवाना होती हैं। यही स्थित भद्राचलम की ओर से आने वाली वाहनों का भी है।
छत्तीसगढ़ का दक्षिण भारत से सड़क संपर्क इसी मार्ग से
राष्ट्रीय राजमार्ग-30 सुकमा जिले से होकर तेलंगाना के विजयवाड़ा के इब्राहिमपत्तनम तक जाता है। छत्तीसगढ़ का दक्षिण भारत से सड़क संपर्क का यही मुख्य मार्ग है। सुकमा जिले के अंतिम नगर कोंटा से पांच किलोमीटर आगे चेट्टी से भद्राचलम के रास्ते हैदराबाद और विजयवाड़ा और दूसरा मार्ग राजमहेन्द्री जाता है। दक्षिण भारत का छत्तीसगढ़ के साथ व्यापार संपर्क के लिए यह मार्ग सबसे मुख्य माना गया है। 10 दिनों के लिए रात्रि में आवागमन रोके जाने से यात्रियों को परेशानी हो रही है लेकिन जान-मान की सुरक्षा के लिए निर्णय लेने की बात सामने आने पर लाेग भी सहयोग कर रहे हैं।