तोंगपाल/सुकमा। पत्रकार नेमीचंद जैन की हत्या के मामले में पुलिस ने शनिवार को दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तोंगपाल पुलिस ने संतोष पिता सुदरू मंडावी (22), मंगड़ू पिता कला सोड़ी (30) को गोविंदपाल गांव से गिरफ्तार किया तथा उन्हें सुकमा की अदालत में पेश किया, जहां से दोनों आरोपियों को रिमांड पर जेल भेज दिया गया। तोंगपाल के वरिष्ठ पत्रकार नेमीचंद जैन (42) की हत्या 13 फरवरी 2013 को लेदा गांव में नक्सलियों द्वारा की गई थी। पुलिस महानिदेशक ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। इस मामले में सबसे पहले पुलिस ने 25 दिसंबर को जांगरपाल से कोकावाड़ा मार्ग पर मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर आरोपी बंजामी सन्ना को गिरफ्तार किया। वहीं 24 जुलाई को एक और आरोपी बामन मंडावी (25) को पुलिस ने गोविंदपाल से गिरफ्तार किया था। बामन से पूछताछ के बाद पुलिस ने शनिवार को संतोष तथा मंगड़ू को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस के अनुसार नेमी की हत्या में पांच नक्सली शामिल थे जिनमें से दो को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक की मौत हो चुकी है, दो फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

नक्सलियों के बुलावे पर गया था नेमी

पुलिस के अनुसार नक्सलियों के बुलावे पर पत्रकार नेमीचंद जैन अपनी दुपहिया वाहन में सवार होकर 12 फरवरी को दोपहर करीब एक बजे नामा साप्ताहिक बाजार पहुंचा। जहां नक्सलियों ने नेमी को अपने कब्जे में ले लिया तथा उसके हाथ बांधकर गोविंदपाल ले गए। उसे बंधक बनाकर बामन के घर रखा गया। रात करीब 9 बजे नक्सलियों ने गांव में जन अदालत लगाई। बैठक में तोंगपाल-लेदा इलाके में सक्रिय करीब डेढ़ दर्जन नक्सलियों ने नेमी पर आरोप लगाया कि वह तोंगपाल थाने में पदस्थ टीआई सुरजन सिंह को अपनी दुपहिया में बिठाकर गांव-गांव घुमाता है। हर छोटी-बड़ी गतिविधि की जानकारी पुलिस को देता है। बैठक के बाद बामन के घर पर ही वारदात को अंजाम देने पूरी प्लानिंग की गई। रात करीब 12 बजे नक्सली नेमी को पैदल चलाते हुए चिड़पाल के रास्ते लेदा लेकर पहुंचे। लेदा पहुंचने के पहले उसके सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर बेहोश कर दिया गया। लेदा के धुरवापारा चौक पहुंचकर नक्सलियों ने पहले तो नेमी के पैर बांधे फिर धारदार हथियार से गला रेत कर उसकी हत्या कर दी।

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