नईदुनिया न्यूज, बिश्रामपुर: जयनगर थाना इलाके के ग्राम पहाड़गांव के पीछे स्थित पिलखा पहाड़ी की चोटी पर तीन छतरीनुमा बम मिलने की खबर से मची सनसनी के बीच रविवार को झमाझम बारिश के बीच पहुंची पुलिस टीम ने पिलखा पहाड़ में जांच पड़ताल की। इस दौरान एक बमनुमा वस्तु को बरामद किया गया। जांच में पाया गया कि बरामद वस्तु सिग्नल बम है, जो कालातीत है। अनुमान है कि किसी महकमे ने सिग्नल बम के कालातीत होने पर नष्टीकरण किया होगा।
शनिवार को पिलखा पहाड़ की चोटी में ग्रामीणों ने खुखड़ी बीनने के दौरान तीन छतरीनुमा बम को देखा, तो उन्होंने अन्य ग्रामीणों को इसकी जानकारी थी। ग्रामीणों ने बताया कि झाड़ियों के बीच तीन बम पड़े हैं। इनमें एक बम फटा हुआ है, जबकि दो बम कुछ दूरी पर बिना फटे पड़े हुए है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब उन्होंने इस पर बम लिखा हुआ देखा तो वे डर कर भाग गए और अन्य ग्रामीणों को इसकी खबर अन्य दी। इस दौरान लोगों में सनसनी का माहौल निर्मित हो गया। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने बताया कि वे पिलखा पहाड़ में खुखड़ी बीनने गए थे और जब वे एक झाड़ी के पास पहुंचे तो उन्हें एक साथ दो सफेदनुमा पाइप जैसे आकृति दिखाई दी और जब नजदीक पहुंचे तो उन्हें एक साथ छतरीनुमा दो बम पड़े मिले। इसमे 51 एमएम बम के साथ साल 2012 वर्ष का उल्लेख था। वे बम पढ़ने के बाद डर गए और वापस लौटने लगे।
रविवार को एसएसपी प्रशांत ठाकुर के निर्देश पर एसडीओपी अभिषेक पैकरा पुलिस टीम के साथ बरसते पानी मे पिलखा पहाड़ी के ऊपरी हिस्से पर पहुंचे। उन्हें सिग्नल बम का एक खोखा मिला। इसे पुलिस टीम ने बरामद कर लिया। संभवतः दो अन्य बम के खोखे ग्रामीण बच्चे उठाकर ले गए। खोखे में साल 2012 लिखा था। पुलिस का कहना है कि सिग्नल बम का उपयोग स्पेशल ऑपरेशन में किया जाता है। इसका उपयोग सीआरपीएफ, आर्मी आदि द्वारा भी किया जाता है।
कालातीत होने की वजह से किसी संस्था ने इसका नष्टीकरण कर गड्ढे में गाड़ा गया होगा। बारिश की वजह से यह ऊपर आ गया होगा। इससे खतरे जैसी कोई बात नही है। जांच टीम में रक्षित निरीक्षक अशोक गिरी, आर्म्स टीम, एएसआई सोहन सिंह भी शामिल रहे।