नईदुनिया न्यूज, प्रतापपुर : सूरजपुर जिले में हत्या के मामले में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए एक ही परिवार के 12 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसमें 5 महिलाएं भी शामिल हैं। आरोपियों ने 3 साल पहले जमीन विवाद को लेकर एक ग्रामीण की हत्या कर दी थी।
बता दें कि कोर्ट ने ग्रामीण की हत्या के मामले में 12 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। सभी अभियुक्त एक ही परिवार के सदस्य हैं, जिनमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं। इन पर आपराधिक षड्यंत्र में शामिल होने का दोष साबित हुआ है। महिलाओं को पता था कि हत्या जैसे आपराधिक घटना के लिए स्वजन एकत्रित हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, जिले के चंदौरा थाना के सेमई गांव में 24 जून 2022 को हिरदलराम राजवाड़े की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने यहां चार एकड़ 90 डिसमिल जमीन बईगासाय लोहार से खरीदी थी। जमीन के कुछ हिस्से में बईगासाय लोहार के भतीजे बसंत, शिवबरन, रामचन्दर, शिवधारी, दशरथ आदि ने कब्जा कर रखा था।
इससे कब्जा हटवाने के लिए हिरदलराम ने जमीन के सीमांकन के लिए अपील की थी। इसे लेकर मृतक ने तहसील न्यायालय से आदेश करवाया था। हत्या वाले दिन 24 जून को मृतक सीमांकन के सिलसिले में जानकारी देने सेमई जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में कब्जाधारी परिवार के सदस्यों ने उनका रास्ता रोक लिया और विवाद करने लगे। जिसके बाद आरोपियों ने जानबूझकर हिरदलराम की हत्या कर दी।
इस पूरे मामले की सुनवाई करते हुए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रतापपुर ओमप्रकाश सिंह चौहान की अदालत ने सभी आरोपितों को हत्या का दोषी पाया। उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इन सभी की आयु 24 से 65 वर्ष के बीच है। सभी आरोपी एक ही परिवार के हैं।