
नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर: सरगुजा जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर के खंड चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) डॉ. योगेंद्र पैकरा को हटा दिया गया है। उनके स्थान पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव तिग्गा को प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह कार्रवाई संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. अनिल शुक्ला ने अस्पताल में लगातार अव्यवस्था की मिल रही शिकायतों की जांच के बाद की है।
डॉ. शुक्ला का कहना है कि बीएमओ को अस्पताल की व्यवस्था में सुधार को लेकर पूर्व में भी नोटिस जारी किया गया था, लेकिन कोई सुधार परिलक्षित नहीं हुआ। मरीजों उनके स्वजन के साथ ही जन सामान्य से लगातार शिकायतें मिलती रही। इन्हीं शिकायतों की जांच के लिए जब वे स्वयं अस्पताल पहुंचे तो सारे आरोप सही पाए गए।

स्वयं बीएमओ के साथ लगभग एक दर्जन कर्मचारी अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए। यह कर्त्तव्य के प्रति घोर लापरवाही है। इस कारण बीएमओ को हटाया गया है। सभी अनुपस्थित कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जबाब मांगा जा रहा है। संतोषप्रद जबाब नहीं होने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. अनिल शुक्ला ने शुक्रवार शाम 4:50 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण में ओपीडी सेवाओं का संचालन समय अनुसार नहीं किया जाना पाया गया। लैब एवं दवा वितरण पूरी तह बंद पाया गया, जबकि यहां फार्मासिस्ट के साथ लैब टेक्नीशियनों की पदस्थापना है। अस्पताल की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई है। कर्मचारियों के द्वारा निर्धारित गणवेश में सेवाएं देते हुए नहीं पाया गया।
निरीक्षण के दौरान ओपीडी रजिस्टर को व्यवस्थित रूप से संधारण नहीं किया जाना पाया गया। साथ ही उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया गया, अवलोकन में लगभग 10 से 11 अधिकारी,कर्मचारी द्वारा बिना सूचना के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए। खण्ड चिकित्सा अधिकारी द्वारा स्वयं भी अनुपस्थित थे।
डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि पूर्व में भी प्राप्त शिकायत के पश्चात खंड चिकित्सा अधिकारी उदयपुर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर का सुव्यवस्थित संचालन शासन के निर्देशों के अनुरूप नहीं किए जाने के कारण नोटिस जारी किया गया था। कार्य सुधार हेतु निर्देशित किया गया था। किंतु कोई सुधार नहीं किया गया। इसे देखते हुए डा योगेंद्र पैकरा प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी को तत्काल प्रभाव से प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी के पद से पृथक करते हुए डा संजीव कुमार तिग्गा चिकित्सा अधिकारी को प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी उदयपुर नियुक्त किया गया है।
अंबिकापुर-बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे उदयपुर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित है। मानव और चिकित्सा संसाधनों से परिपूर्ण होने के बाद भी अस्पताल की व्यवस्थाएं लचर हो गई थी। हाइवे पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के अलावा उदयपुर,लखनपुर तथा प्रेमनगर के दर्जनों ग्रामों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का यही बड़ा केंद्र है
अव्यवस्थाओं और चिकित्सक-कर्मचारियों की मनमाना कार्यशैली से अस्पताल की सेवाएं चरमरा गई थी। मरीजों के भोजन से लेकर लैब में जांच और दवा वितरण तक की व्यवस्था प्रभावित हो गई थी। अव्यवस्थाओं को लेकर बीएमओ की कार्यशैली को जिम्मेदार मान कर उन्हें पद से पृथक किया गया है।
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उदयपुर अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी। बीएमओ को पूर्व में भी नोटिस दिया गया था, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। मैंने जब स्वयं अस्पताल का निरीक्षण किया तो बीएमओ सहित लगभग एक दर्जन अधिकारी-कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।
इतने बड़े संस्था के संचालन में बीएमओ का कमांड परिलक्षित नहीं होने के कारण उन्हें पद से हटाया गया है। इसी अस्पताल में पदस्थ एक चिकित्सा अधिकारी को प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी का प्रभार सौंपा गया है।
-डॉ. अनिल शुक्ला, संभागीय संयुक्त संचालक,स्वास्थ्य सेवाएं सरगुजा