नई दिल्ली। दिल्ली, हरियाणा व जयपुर में लूटपाट, हत्या, कार चोरी, अपहरण व रंगदारी की वारदात कर आतंक मचाने वाले कुख्यात राजेश भारती को पुलिस ने मार गिराया। उसके गिरोह के तीन बदमाशों को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार दोपहर दक्षिणी दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके के खरक गांव में मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
गंभीर रूप से घायल एक एक बदमाश को एम्स ट्रॉमा सेंटर की आइसीयू में भर्ती कराया गया है। वहीं , इस घटना में छह पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है और दो अन्य चोटिल हुए हैं। घायल पुलिसकर्मियों को भी एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इनमें से दो की हालत गंभीर है। दिल्ली की यह सबसे बड़ी मुठभेड़ बताई जा रही है, जिसमें एक साथ चार बदमाश ढेर कर दिए गए।
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव, एसीपी अखिलेश्वर स्वरूप यादव व इंस्पेक्टर पंकज सूद की टीम को पता चला कि कुख्यात बदमाश राजेश भारती अपने साथियों के साथ फतेहपुर बेरी इलाके के खरक गांव की ओर आ रहा है। बदमाश फोर्ड एंडेवर व आइ-20 कार में थे। गांव खरक के पास दोपहर 1.10 बजे स्पेशल सेल की टीम ने बदमाशों को रुकने का इशारा किया, तो उन्होंने फायरिग शुरू कर दी।
पुलिस ने चलाई 120 राउंड गोलियां
दो पुलिसकर्मियों को गोली लगने पर पुलिस टीम ने एके-47, एके-56, इंसास, एमपी-5 जैसे हथियारों से फोर्ड एंडेवर पर ताबड़तोड़ 120 राउंड गोलियां दागीं। घबराकर आई-20 में सवार चार बदमाश कार छोड़कर फरार हो गए, जबकि एंडेवर सवार पांच बदमाशों में से चार ने वहीं दम तोड़ दिया।
बदमाशों ने भी 50 राउंड फायरिग की। एक बदमाश कपिल घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बदमाशों के पास से नौ एमएम की दो पिस्टल, दो स्टार पिस्टल व एक रिवाल्वर बरामद की गई है। चोरी की बताई जा रही आई-20 कार की डिग्गी में 40 फर्जी नंबर प्लेट मिली हैं। एंडेवर लाडो सराय के एक व्यक्ति के नाम पंजीकृत है, जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
राजेश व संजीत पर था एक-एक लाख का इनाम
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक, मारे गए बदमाश राजेश भारती (जींद सदर निवासी), संजीत विद्रोही (हरियाणा निवासी), उमेश डॉन (हरियाणा निवासी) व विरेश राणा (देवरा, दिल्ली निवासी) हैं। राजेश व संजीत पर हरियाणा पुलिस की तरफ से एक-एक लाख व उमेश पर 50 हजार रुपए का इनाम था। हरियाणा निवासी एक अन्य बदमाश कपिल की हालत गंभीर है। उसके सिर से गोली आर-पार हो गई है।
खुद को हरियाणा का डॉन मानता था राजेश
राजेश भारती खुद को हरियाणा का डॉन मानता था। गिरोह के सदस्य उसके पैर छूते थे। गिरोह का मुख्य धंधा अमीर लोगों व व्यवसायियों से रंगदारी वसूलना व लूटपाट करना था। गुरुग्राम, रोहतक, झज्जर व बहादुरगढ में लग्जरी कार लूटने की कई वारदात को इस गिरोह ने अंजाम दिया था।
कई बार गिरोह के बदमाश वाहन मालिक की लग्जरी कारें लूटकर पर्ची पर अपना पता बताकर वहां पैसे पहुंचाने को कहते थे। जिन वाहनों की कीमत 22 लाख रुपये होती थी, उनके बदले पांच लाख रुपये लेकर वाहन मालिक को वापस कर देते थे।
ये पुलिसकर्मी हुए घायल
मुठभेड़ में सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार, सब इंस्पेक्टर राम सिंह, सब इंस्पेक्टर बिजेंद्र, एएसआइ हरिचंद्र, हवलदार गिरधर व सिपाही गुरदीप को गोली लगी है, जबकि एएसआइ जगत सिंह व हवलदार कुलदीप चोटिल हुए हैं।
स्पेशल सेल की वाहवाही
तीन राज्यों में आतंक का पर्याय बन चुके इस गिरोह के चार बदमाशों को मार गिराने पर गृह मंत्रालय, दिल्ली के पुलिस आयुक्त और हरियाणा के डीजीपी ने स्पेशल सेल की पीठ थपथपाई है।