नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की द्वितीय परीक्षाओं का मूल्यांकन कार्य बुधवार से शुरू कर दिया है। यह मूल्यांकन प्रक्रिया दो चरणों में पूरी की जाएगी, जिसके बाद जुलाई के अंत तक परिणाम जारी होने की उम्मीद है। पहले चरण का मूल्यांकन 2 से 11 जुलाई तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण 12 से 20 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा। इस द्वितीय परीक्षा में कुल साढ़े 3 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों की 9 लाख उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना है।
मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही एक बड़ा विवाद भी सामने आया है, जिस पर माशिमं को अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय लेना बाकी है। भोपाल के एक परीक्षा केंद्र पर 12वीं कक्षा के लगभग 20 छात्रों को अंग्रेजी विषय का 10वीं कक्षा का प्रश्नपत्र दे दिया गया था, जिसे उन्होंने हल भी कर लिया। यह गंभीर चूक 19 जून को राजधानी के अरेरा कॉलोनी स्थित शासकीय नवीन उमावि के परीक्षा केंद्र पर हुई थी।
माशिमं के अधिकारियों के अनुसार, इन प्रभावित आंसर शीट को एक विशेष समिति के पास भेज दिया गया है। समिति इस मामले में निर्णय लेगी कि इन छात्रों का ओवेल्यूशन किस प्रकार किया जाए। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि विद्यार्थियों को दोबारा परीक्षा नहीं देनी होगी। माशिमं के सचिव के.डी. त्रिपाठी ने आश्वस्त किया है कि छात्रों का किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा और उनके हित में ही निर्णय लिया जाएगा, ताकि उन्हें तीसरी बार परीक्षा के तनाव से न गुजरना पड़े। समिति इस बात पर विचार करेगी कि क्या उन्हें औसत अंक दिए जाएं या मूल्यांकन का कोई अन्य तरीका अपनाया जाए।
इस पूरे प्रकरण में दोषी पाए गए केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक पर सख्त कार्रवाई की तलवार लटक रही है। माशिमं ने स्पष्ट किया है कि उनके खिलाफ परीक्षा अधिनियम 1937 के तहत कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, अभी तक स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से इस मामले में केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिस पर सवाल उठ रहे हैं।