सुशील पांडे, नईदुनिया, भोपाल। चार्टर्ड अकाउंटेंट्स डे (Chartered Accountant Day 2025) (1 जुलाई) के अवसर पर सीए विद्यार्थियों और प्रोफेशनल्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) सिलेबस को नया स्वरूप दिया गया है, जो अब विद्यार्थियों के लिए अधिक सुगम, व्यवस्थित और परिणामकारक साबित हो सकता है।
अब सीए कोर्स चार साल में पूरा किया जा सकेगा, जबकि पहले इसमें 5-6 साल तक का समय लग जाता था। साथ ही अब फाइनल परीक्षा साल में तीन बार होगी, जिससे परीक्षार्थियों को ज्यादा अवसर मिलेंगे। यह बदलाव 2025 सत्र से लागू होंगे।
1. कोर्स के केवल तीन स्तर होंगे - फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल।
2. इंटर और फाइनल दोनों में आठ की बजाय 6 पेपर होंगे (प्रत्येक ग्रुप में तीन)।
3. फाइनल लेवल में केस स्टडी आधारित नया पेपर जोड़ा गया है।
4. कंपनी लॉ और बिजनेस लॉ को एक विषय में मिलाया गया है।
5. इंटर्नशिप (आर्टिकलशिप) की अवधि 3 साल से घटाकर 2 साल कर दी गई है।
6. ओपन बुक परीक्षा हटाकर केस स्टडी आधारित मूल्यांकन किया जाएगा।
7. नैतिकता, कॉरपोरेट गवर्नेंस, टेक्नोलॉजी और स्ट्रैटेजिक थिंकिंग जैसे समसामयिक विषयों को जोड़ा गया है।
8. स्टाइपेंड राशि में भी बढ़ोतरी की गई है।
अब आसान होगी तैयारी, सेल्फ स्टडी पर जोर
आईसीएआई भोपाल ब्रांच (ICAI - The Institute of Chartered Accountants of India) के चेयरमैन अर्पित राय के अनुसार, पहले तीन साल की ट्रेनिंग और लंबा कोर्स विद्यार्थियों के लिए चुनौतीपूर्ण होता था, जिससे लगभग 50% विद्यार्थी बीच में ही ड्रॉप हो जाते थे। लेकिन अब कोर्स को अधिक व्यावहारिक, स्मार्ट और इंडस्ट्री अनुरूप बना दिया गया है। विद्यार्थी अब फाउंडेशन और इंटरमीडिएट की परीक्षा हर 3 महीने में दे सकेंगे, जिससे किसी कारणवश एक परीक्षा न दे पाने पर उन्हें लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
मध्यप्रदेश में वर्तमान में लगभग 22,000 छात्र सीए कोर्स के विभिन्न चरणों में हैं, जबकि लगभग 12,500 सक्रिय सीए प्रोफेशनल्स हैं। हर साल करीब 800 विद्यार्थी सीए परीक्षा पास करते हैं, जो मात्र 15% सफलता दर को दर्शाता है।