
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) की अपनी मोबाइल एप्लीकेशन की टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी हो गई है। आईटी कंपनी ने परीक्षण के दौरान मिली तकनीकी दिक्कतों को दूर करते हुए कुछ आवश्यक बदलाव भी किए हैं। अधिकारियों ने इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर कुलगुरु डॉ. राकेश सिंघई को सौंप दी है। कुलगुरु ने एप्लीकेशन को शीघ्र लांच करने के निर्देश दिए हैं।
एप्लीकेशन का औपचारिक लांच 15 नवंबर के बाद किया जाएगा। इसके बाद विद्यार्थी अपनी शिकायतें सीधे मोबाइल एप के माध्यम से दर्ज कर सकेंगे। अधिकारियों के मुताबिक एप में दर्ज की गई शिकायतों की निगरानी चार स्तर पर की जाएगी, जिसमें कुलगुरु और रजिस्ट्रार भी शामिल रहेंगे। हर महीने शिकायतों के समाधान की समीक्षा की जाएगी।
विश्वविद्यालय अपने लाखों विद्यार्थियों को डिजिटल सुविधा देने जा रहा है। यह मोबाइल एप जुलाई में तैयार हो चुका था, जिसके बाद सितंबर से इसका ट्रायल और टेस्टिंग चरण शुरू किया गया था। इस दौरान अधिकारी और कर्मचारी स्वयं शिकायतें दर्ज कर एप की कार्यप्रणाली का परीक्षण कर रहे थे। अब तक 90 प्रतिशत समस्याओं का समाधान सफलतापूर्वक किया जा चुका है। परीक्षण के दौरान सामने आई कुछ तकनीकी दिक्कतों को आईटी कंपनी ने सुधार दिया है।
एप में दर्ज शिकायतों का निपटारा चार स्तरों पर किया जाएगा। पहले दो स्तरों पर विभागीय अधिकारी और कर्मचारी शिकायतों का समाधान करेंगे। यदि छात्र समाधान से संतुष्ट नहीं होता है तो शिकायत कुलगुरु और रजिस्ट्रार तक पहुंचेगी। प्रत्येक शिकायत का निवारण निर्धारित समयसीमा के भीतर करना अनिवार्य होगा। समय पर समाधान न होने पर संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
डीएवीवी से जुड़े 28 यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट (यूटीडी) और 160 से अधिक सरकारी एवं निजी कॉलेजों में अध्ययनरत लगभग आठ लाख विद्यार्थी इस मोबाइल एप का उपयोग कर सकेंगे। विशेष रूप से दूरदराज जिलों के छात्रों को इससे बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि अब उन्हें छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए इंदौर नहीं आना पड़ेगा। वे अपने मोबाइल से ही शिकायत दर्ज कर सकेंगे।
सहायक कुलसचिव डॉ. विष्णु मिश्रा ने बताया कि एप्लीकेशन की टेस्टिंग पूरी हो चुकी है और अब यह लांच के लिए तैयार है। आने वाले कुछ दिनों में विद्यार्थी इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे।
एप्लीकेशन के माध्यम से विद्यार्थी मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट, ट्रांसक्रिप्ट, होस्टल, रैगिंग, मूल्यांकन त्रुटि, मेस और पानी जैसी सुविधाओं की कमी, नामांकन में देरी तथा कैंपस सुरक्षा जैसी समस्याओं से संबंधित शिकायतें दर्ज कर सकेंगे। छात्र संबंधित विभाग का चयन करके शिकायत दर्ज करेंगे और आवश्यक दस्तावेज भी अपलोड कर पाएंगे।