नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में बीए, बीकाम, बीएससी और बीबीए चतुर्थ वर्ष के छात्रों के प्रायोगिक परीक्षा के अंक अपडेट करने के लिए कॉलेज प्रबंधन के पास सिर्फ तीन दिन का समय शेष है। यह पूरी प्रक्रिया 25 अगस्त तक पूरी की जाना अनिवार्य है। अंचल के कालेजों ने अब तक छात्रों के अपडेट नहीं किए हैं जिसके चलते छात्रों के परीक्षा परिणाम पर नकारात्मक असर देखने मिल सकता है।
कॉलेज संचालकों की इस लापरवाही का सीधा असर छात्रों के परीक्षा परिणाम पर पड़ेगा। इस स्थिति को गंभीरता से देखते हुए जेयू प्रबंधन ने सभी संबंधित कॉलेजों को एक आदेश पत्र जारी कर दिया है। साथ ही कहा है कि तय तिथि तक सभी छात्रों के प्रायोगिक परीक्षा के अंक अपडेट कर दिए जाएं।
जेयू प्रबंधन ने इस मामले में कॉलेज प्रबंधन को यह भी स्पष्ट किया है कि छात्रों के अंक अपडेट करते समय किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। प्रायोगिक मूल्यांकन के अंक कालेज प्रबंधन को स्वयं करना होंगे जिसके लिए वह एमपी ऑनलाइन की मदद ले सकते हैं।
जेयू प्रबंधन ने इस मामले में आदेश जारी करते हुए कहा है कि किसी छात्र के अंक अगर कॉलेज प्रबंधन की चूक से अपडेट नहीं होते हैं तो ऐसी स्थिति में संबंधित छात्र को अनुपस्थित मानकर ही उसका परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिया जाएगा। इसके अलावा छात्र के अंक अपडेट करने के बाद भी अगर कोई गड़बड़ी होती है और संशोधन किए जाने की स्थिति बनती है तो एक हजार रु का प्रति छात्र के हिसाब से अर्थदंड भर कर कॉलेज प्रबंधन आवेदन कर सकता है। ऐसे में छात्र के अंकों में परीक्षा परिणाम जारी होने से पहले संशोधन किया जा सकता है।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ अंक अपडेट कर देना भर की पर्याप्त है। कॉलेज प्रबंधन को इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि अपडेट किए गए अंकों को प्रिंट निकलवाकर संबंधित कॉलेज के प्राचार्य से प्रमाणित करवाना होगा। इसके बाद प्रमाणित की गई प्रति को विश्वविद्यालय में जमा करवाना होगा। इसके बाद ही प्रक्रिया को पूरा माना जाएगा।
जीवाजी विश्वविद्यालय ने बीएससी नर्सिंग के तीसरे और चौथे वर्ष के छात्रों के प्रायोगिक और आंतरिक परीक्षा के अंक अपडेट करने के लिए भी आदेश जारी किया है। कॉलेज संचालकों को स्पष्ट कहा है कि संबद्धता प्राप्त कालेजों में पढ़ रहे छात्रों के अंक शीघ्रता से अपडेट कर दिए जाएं।
इसके लिए कॉलेज प्रबंधन के पास सिर्फ 19 अगस्त तक का ही समय शेष है। अंचल के कॉलेजों ने अगर छात्रों के अपडेट नहीं किए गए तो छात्रों के परीक्षा परिणाम पर नकारात्मक असर देखने मिल सकता है।