विक्रम सिंह तोमर, नईदुनिया, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के एकमात्र राजा मानसिंह संगीत एवं कला विश्वविद्यालय ने छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ी और सराहनीय पहल की है। इस सत्र से अब छात्रों को परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद मात्र तीन दिन में डिग्री प्राप्त हो जाएगी। यह व्यवस्था न केवल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए बल्कि संस्थान से संबद्धता प्राप्त 170 कॉलेजों के छात्रों के लिए भी लागू होगी।
अब तक विद्यार्थियों को डिग्री प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने पड़ते थे, जिससे समय और धन दोनों की बर्बादी होती थी। कई बार छात्रों को डिग्री न मिलने में लंबा इंतजार करना पड़ता था, जिसके कारण उन्हें उच्च शिक्षा या नौकरी के अवसरों में असुविधा होती थी। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की इस परेशानी को गंभीरता से लेते हुए प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और तेज बनाने की तैयारी कर रहा है।
छात्रों का परीक्षा परिणाम मूल्यांकन के बाद जैसे ही जारी किया जाएगा वैसे ही संस्थान के द्वारा परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों की डिग्री स्वत: ही तैयार करवाकर कॉलेजों को भेज दी जाएंगी। परीक्षा परिणाम जारी होने के तीसरे दिन तैयार होकर डिग्री को प्रदेश भर के संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में पहुंचा दिया जाएगा। जहां से छात्र अपनी सुविधा के अनुसार डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
छात्रों को अपनी डिग्री प्राप्त करने के लिए विधिवत रूप से आवेदन करना होगा। यह आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से ही होगी, लेकिन इसे एमपी ऑनलाइन के माध्यम से नहीं बल्कि विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से किया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया पूरी होते ही विश्वविद्यालय पर नोटिफिकेशन पहुंचेगा जिससे वह संबंधित कॉलेज को छात्र के डिग्री आवेदन के बारे में सूचित कर सकेगा।
विश्वविद्यालय प्रबंधन का प्रयास है कि छात्र का परीक्षा परिणाम जारी होने के साथ ही अगर उसे आवश्यकता है तो प्रोविजनल डिग्री उपलब्ध करवा दी जाए। जैसे जिस दिन छात्र का परीक्षा परिणाम आया, उसी दिन वह चाहे तो आवेदन कर सकता है और चंद घंटों में ही प्रोविजनल डिग्री प्राप्त कर सकता है। इसके अलावा छात्र की डिग्री और मार्कशीट दोनों परीक्षा परिणाम जारी होने के तीसरे दिन उसे मिल ही जाएंगे।
छात्रों को डिग्री प्राप्त करने के लिए परेशान न होना पड़े, उनका समय बचे, इसलिए यह नवाचार किया जा रहा है। छात्रों की डिग्री कॉलेज के माध्यम से ही उन्हें उपलब्ध करवा दी जाएगी। - अरुण चौहान, कुलसचिव, राजा मानसिंह संगीत एवं कला विश्वविद्यालय।