
डिजिटल डेस्क। बिहार की राजनीति में लालू यादव की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य इस समय चर्चा में हैं। उन्होंने बिहार में हुए विधानसभा चुनावों में राजद की करारी हार के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद घर छोड़ दिया और राजनीति से दूरी बनाने का फैसला लिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर किए एक पोस्ट में बताया कि उनको मारने के लिए चप्पल भी उठाई गई। इस पूरे मामले पर अब उनके भाई तेज प्रताप यादव का बयान सामने आया है, जहां उन्होंने अपनी बहन का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि जो मेरी बहन का अपमान करेगा, उस पर सुदर्शन चक्र चलेगा। तेज प्रताप ने कहा कि अपने जगह पर वे (रोहिणी आचार्य) बिल्कुल सही है। मां, बहन और बेटी होने के नाते जो उन्होंने किया, शायद ही कोई कर सकती है। वे सभी महिलाओं और उनके लिए पूज्यणीय हैं।
तेज प्रताप ने एक ऑनलाइन पोस्ट में अपने पिता लालू यादव द्वारा परिवार और पार्टी से निकाले जाने को याद करते हुए कहा, "मेरे साथ जो हुआ, मैंने उसे सहन किया। लेकिन मेरी बहन का अपमान किसी भी परिस्थिति में असहनीय है।"
आचार्या अपने परिवार पर उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद शनिवार सिंगापुर रवाना हो गईं। तेज प्रताप ने कहा कि इस घटना ने उन्हें अंदर तक झकझोर दिया है और चेतावनी दी कि बिहार की जनता उनके परिवार पर हमला करने वालों को माफ नहीं करेगी।
तेज प्रताप ने कहा, "जब से मैंने अपनी बहन रोहिणी पर चप्पल उठाए जाने की खबर सुनी है, मेरे दिल का दर्द आग में बदल गया है। जब जनता की भावनाएं आहत होती हैं, तो बुद्धि पर जमी धूल उड़ जाती है। इन चंद चेहरों ने तेजस्वी की बुद्धि पर भी पर्दा डाल दिया है।" तेज प्रताप ने आगे गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी और अपने पिता से परिवार की गरिमा बचाने की अनुमति मांगी।
उन्होंने कहा, "इस अन्याय के परिणाम अत्यंत भयंकर होंगे। समय की मार बहुत कठोर होती है। मैं माननीय राजद राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरे पिता, मेरे राजनीतिक गुरु, श्री लालू प्रसाद जी से अनुरोध करता हूं - पिताजी, मुझे इशारा दीजिए... बस एक इशारा, और बिहार की जनता इन जयचंदों को खुद मिट्टी में मिला देगी। यह लड़ाई किसी पार्टी की नहीं है - यह एक परिवार के सम्मान, एक बेटी के सम्मान और बिहार के स्वाभिमान की है।"